चीन ने विवादित दक्षिण चीन सागर में तीन कृत्रिम द्वीपों का सैन्यीकरण किया, अमेरिका का दावा
अमेरिका के एक शीर्ष सैन्य कमांडर ने रविवार को कहा कि चीन ने विवादित दक्षिण चीन सागर में बनाए गए कई द्वीपों में से कम से कम तीन द्वीपों का पूर्ण सैन्यीकरण कर दिया है और वहां पर जहाज रोधी और विमान रोधी मिसाइल प्रणाली, लेजर और जैमिंग उपकरण, लड़ाकू विमानों की तैनाती है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिका के एक शीर्ष सैन्य कमांडर ने रविवार को कहा कि चीन ने विवादित दक्षिण चीन सागर में बनाए गए कई द्वीपों में से कम से कम तीन द्वीपों का पूर्ण सैन्यीकरण कर दिया है और वहां पर जहाज रोधी और विमान रोधी मिसाइल प्रणाली, लेजर और जैमिंग उपकरण, लड़ाकू विमानों की तैनाती है। उन्होंने कहा कि चीन का यह आक्रामक रुख आस-पास के सभी देशों के लिए खतरा पैदा करता है।
अमेरिका के हिंद प्रशांत नौसेना कमान के कमांडर एडमिरल जान सी एक्विलिनों ने कहा कि यह शत्रुतापूर्ण कदम चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के पूर्व में दिए गए आश्वासन के विपरीत है कि बीजिंग विवादित जलक्षेत्र में बनाए गए कृत्रिम द्वीपों को सैन्य ठिकाने में तब्दील नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि यह चीन की सैन्य ताकत दिखाने की कोशिश का हिस्सा है।
एक्विलिनों ने एपी से बातचीत में कहा, 'हमारा मानना है कि द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से गत 20 साल में हमने चीन द्वारा सबसे विशाल सैन्य निर्माण देखा है। चीन ने अपनी सभी क्षमताओं को बढ़ाया है और शस्त्रीकरण किया है, जो क्षेत्र को अस्थिर कर रही है।'
एक्विलिनों के दावे पर चीन के अधिकारियों की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। उन्होंने यह बातचीत अमेरिकी नौसना के टोही विमान में की, जिसने दक्षिण चीन सागर के स्प्रैटली द्वीपों पर चीन द्वारा बनाई गई चौकी के पास उड़ान भरी। यह दुनिया का सबसे विवादित क्षेत्र है। पी-8ए पोसीडान विमान से गश्त के दौरान चीन की ओर से लगातार चेतावनी दी जा रही थी कि वे गैर कानूनी तरीके से चीन के क्षेत्र में दाखिल हुए हैं और विमान को तुरंत वहां से जाने को कहा जा रहा था।