यूक्रेन की सरकार पर चीन ने शुरू किया साइबर हमला
चीन ने शुरू किया साइबर हमला
बीजिंग, एएनआइ। रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच ढेरों हैकिंग की खबरें सामने आ चुकी हैं। कई हैकर्स यूक्रेन की खुफिया जानकारी निकालने के लिए सरकारी वेबसाइटों पर अटैक कर रहे हैं। वहीं इनमें से कई हैकिंग के मामले चीन से जोड़े जा रहे हैं। रूस के यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद यूक्रेन के खिलाफ लगातार साइबर हमले हो रहे हैं, जिनके बारे में माना जा रहा है कि इनके चीन के साथ संबंध हैं। ये साइबर अटैक्स यूक्रेनी सरकार को निशाना बनाने के लिए किए जा रहे हैं।
इंट्रूज़न ट्रुथ के पोर्टल के अनुसार,
मार्च के मध्य में, यूएस-आधारित Google की सुरक्षा शाखा के शोधकर्ताओं और अन्य विश्लेषकों के एक समूह, जिसे इंट्रूज़न ट्रुथ कहा जाता है, के पोर्टल अनुसार, बताया गया है कि ट्विटर पर बार-बार चीनी साइबर हमले के बारे में पोस्ट किया जाता रहा है।
यही नहीं इंट्रूज़न ट्रुथ ने यह भी खुलासा किया कि हैकर्स के चीन की सेना, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ संबंध हैं, जिससे यह स्पष्ट हो जाता है कि ये हैकर्स यूक्रेनी सरकार को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
यूक्रेन साइबर डिफेंस यूनिट
जहां यूक्रेन पर संकट के बादल छाए हुए हैं। वहीं देश इसे छाटने की हर मुमकिन कोशिश कर रहा है। यूक्रेन की साइबर डिफेंस यूनिट ने इन सभी साइबर हमलों को लेकर चेतावनी जारी की। एक घटना में, पूरे यूक्रेन में मैलवेयर युक्त एक ईमेल भेजा गया था। ईमेल ने उपयोगकर्ताओं को रूसी सेना द्वारा नागरिकों को किए जा रहे नुकसान का सबूत देने वाले वीडियो को स्टोर करने के लिए कहा गया।
एशिया निक्केई की रिपोर्ट के अनुसार, ईमेल में मैलवेयर का उपयोग एकत्रित डेटा को चुराने या नष्ट करने के लिए किया जाता है। वहीं SentinelOne नाम की एक अमेरिकी सुरक्षा कंपनी ने यह भी पहचाना कि हैकर समूह स्कारब के शी जिनपिंग सरकार के साथ संबंधित है।