चीन कोरोना वायरस की उत्पति को छिपाने के हर तरीके आजमा रहा, कभी अमेरिका तो कभी ब्राजील पर लगा रहा आरोप

चीन कोरोना वायरस की उत्पति को छिपाने के हर तरह के तरीके आजमा रहा है।

Update: 2021-11-12 06:36 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। चीन कोरोना वायरस की उत्पति को छिपाने के हर तरह के तरीके आजमा रहा है। चीन नेताओं के बयान, सरकारी मीडिया, सोशल मीडिया आदि के जरिए कई कांस्पीरेसी थ्योरी गढ़कर कोविड-19 की उत्पति के सवालों से बचने के लिए हर तरह के प्रोपगेंडा तकनीकों का सहारा लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक कोविड की उत्पति से दूर भागने के लिए चीन ने रैप गानों तक का सहारा लिया है।

नई कहानियों में अमेरिकी झींगा मछलियों को कोविड के लिए दोषी ठहराया गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक बोस्टन लॉबस्टर का एक 55 बक्से वाले कार्गो जो 11 नवंबर 2019 को शंघाई में उतरा था, उसे कोविड की उत्पति के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा है। दी एचके पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक सीना नाम के न्यूज पोर्टल ने बताया है कि अमेरिकी सीफूड उत्पादों की कोल्ड चेन में कोरोना वायरस का पता लगाया जा सकता है।
सऊदी और ब्राजील है जिम्मेदार?
चीन वुहान लैब से कोविड के लीक होने की ख़बरों का खंडन करता रहा है। अमेरिकी झींगा मछलियों को दोष देने से पहले चीनी अधिकारियों ने नवंबर 2020 में ने दावा किया था कि सऊदी अरब से आयातित झींगा में कोरोना वायरस पाया गया था। इससे भी चीन ने ब्राजील से बीफ के आयात पर यह कहकर रोक लगा दी थी कि भेजे गये बीफ में एक्टिव कोरोना वायरस पाया गया है। बीजिंग ने अमेरिका सेना को कोविड के लिए जिम्मेदार बताया है।
या फिर अमेरिकी सेना?
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा था कि वुहान महामारी के पीछे अमेरिकी सेना हो सकती है। पारदर्शी रहें। अपना डेटा पब्लिक करें। अमेरिका को सफाई देनी चाहिए। चीनी विदेश मंत्रालय के एक और प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन के साथ ही अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की एक टीम को मैरीलैंड के फोर्ट डेट्रिक में बायोलॉजिकल लैब के निरीक्षण की इजाजत मांगी थी।
एक्सपर्ट्स इसे चीन का अमेरिका को उलझाने के तरीके की तरह से देखते हैं। दुनिया की अधिकतर आबादी मानती है कि कोरोना वायरस का मूल वुहान था। कई रिपोर्ट्स में भी शक की सूई वुहान की ओर जाती दिखी है।


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