उपचुनाव: लाहौल-स्पीति जिले में दुनिया के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र टशीगंग में पहली बार मंडी लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव में वोट डाले जाएंगे

यह मतदान केंद्र चीन की सीमा से मात्र 10 किलोमीटर दूर 15255 फीट (4650 मीटर) की ऊंचाई पर है। चुनाव आयोग ने इसे मॉडल पोलिंग बूथ घोषित किया है

Update: 2021-10-18 02:44 GMT

हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले में दुनिया के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र टशीगंग में पहली बार मंडी लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव में वोट डाले जाएंगे। यह मतदान केंद्र चीन की सीमा से मात्र 10 किलोमीटर दूर 15255 फीट (4650 मीटर) की ऊंचाई पर है। चुनाव आयोग ने इसे मॉडल पोलिंग बूथ घोषित किया है। यहां 65 मतदाता अपना वोट डालेंगे। भले ही इन दिनों यहां कड़ाके की ठंड पड़ रही हो, लेकिन यहां भी चुनावी हलचल गर्म है। 30 अक्तूबर को एक लोस और तीन विस सीटों के लिए मतदान होगा। 

जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त लाहौल-स्पीति नीरज कुमार ने कहा कि यदि लोकसभा के उपचुनाव में मौसम खराब रहा तो टशीगंग में टीम को पहुंचाने में चॉपर की भी मदद भी ली जा सकती है। यहां शत-प्रतिशत मतदान करवाने का लक्ष्य रहेगा। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में पहली बार टशीगंग में मतदान केंद्र स्थापित किया गया था। विधानसभा के बाद यहां पंचायत चुनाव के लिए मतदान हुआ। पहली बार इस बूथ पर संसदीय सीट के लिए मतदान होगा।

15 घरों की आबादी वाले टशीगंग गांव में भले ही 65 मतदाता हो, लेकिन मौसम खराब हुआ तो यहां मतदान करवाना प्रशासन और चुनाव आयोग के लिए चुनौती से कम नहीं है। इससे पहले 4443 मीटर की ऊंचाई पर स्थित स्पीति का ही हिक्किम दुनिया का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र था। स्पीति की किब्बर पंचायत के अंतर्गत टशीगंग गांव के 42 मतदाता विस चुनाव में अपने मत का इस्तेमाल कर चुके हैं। 

बताया जा रहा है कि टशीगंग में इन दिनों सुबह-शाम कड़ाके की ठंड पड़ रही है। यहां दिन-प्रतिदिन तापमान गिरने लगा है। बर्फबारी होने पर पोलिंग बूथ में चुनाव करवाना तो दूर पोलिंग टीमों का बूथों तक पहुंचना भी मुश्किल हो सकता है। इन दिनों लोकसभा उपचुनाव में भाजपा, कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता टशीगंग गांव तक पहुंचकर वोट की अपील कर रहे हैं। 

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