ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन और उनकी पत्नी ने जुर्माना भरा और माफी भी मांगी, जानें क्या है पूरा मामला
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोविड-19 लॉकडाउन के उल्लंघन के लिए स्कॉटलैंड यार्ड द्वारा लगाए गए जुर्माने का मंगलवार को भुगतान कर दिया और इस मामले में 'पूर्ण रूप से माफी' मांगी।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोविड-19 लॉकडाउन के उल्लंघन के लिए स्कॉटलैंड यार्ड द्वारा लगाए गए जुर्माने का मंगलवार को भुगतान कर दिया और इस मामले में 'पूर्ण रूप से माफी' मांगी। यह मामला कोविड-19 पाबंदियों का उल्लंघन कर 'डाउनिंग स्ट्रीट' में पार्टियां आयोजित किए जाने से जुड़ा है।
जॉनसन ने बकिंघमशायर में संवाददाताओं से कहा, ''मैंने जुर्माने का भुगतान कर दिया है और मैं एक बार फिर पूर्ण रूप से माफी मांगता हूं।' इससे पहले, ब्रिटिश प्रधानमंत्री के कार्यालय 'डाउनिंग स्ट्रीट' ने मंगलवार को इस बात की पुष्टि की थी कि जॉनसन और वित्त मंत्री ऋषि सुनक को मेट्रोपॉलिटन पुलिस से सूचना मिली है कि उन्हें ''फिक्स्ड पेनल्टी नोटिस'' (एफपीएन) जारी किया जाएगा।
अपने इस्तीफे की मांग के जवाब में जॉनसन ने कहा, "मुझे जो जनादेश मिला है, उसे जारी रखने और पूरा करने में सक्षम हूं, लेकिन उन समस्याओं से भी निपटना चाहता हूं, जिनका देश अभी सामना कर रहा है।" उन्होंने आगे कहा, "मेरा मानना है कि देश के लोग आगे बढ़ें और इस देश के लोगों के लिए काम करें और मैं यही कर रहा हूं।" इससे पहले, प्रधानमंत्री की पत्नी कैरी जॉनसन ने भी पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने जुर्माना अदा कर दिया है और माफी भी मांगी है।
'फिक्स्ड पेनल्टी नोटिस' के तहत 28 दिनों के भीतर जुर्माना अदा करने की जरूरत होती है, जब तक कि विरोध न किया जाए। अगर कोई जुर्माना लगाए जाने का विरोध करने का विकल्प चुनता है, तो पुलिस मामले की समीक्षा करेगी और तय करेगी कि जुर्माना वापस लिया जाए या मामले को अदालत में ले जाया जाए।
'डाउनिंग स्ट्रीट' के एक प्रवक्ता ने कहा था, ''प्रधानमंत्री और चांसलर (सुनक) को आज सूचना मिली है कि मेट्रोपॉलिटन पुलिस उन्हें जुर्माना नोटिस जारी करेगी।'' बोरिस जॉनसन की पत्नी कैरी जॉनसन भी इस तरह के नोटिस की सूचना पाने वालों में शामिल हैं।
कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन का उल्लंघन करके ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के कार्यालय 'डाउनिंग स्ट्रीट' और सरकार के कार्यालयों के भीतर आयोजित की गई पार्टियों के मामले को 'पार्टीगेट' के तौर पर जाना जाता है। इस मामले में व्यापक आलोचना के कारण प्रधानमंत्री जॉनसन को संसद में माफी मांगनी पड़ी थी।
विपक्षी दल लेबर पार्टी ने महामारी के दौरान सरकार द्वारा लगाए गए कानूनी नियमों के उल्लंघन पर जॉनसन और सुनक दोनों के इस्तीफे की मांग की। लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारर ने कहा, ''बोरिस जॉनसन और ऋषि सुनक ने कानून तोड़ा है और बार-बार ब्रिटिश जनता से झूठ बोला है। उन दोनों को इस्तीफा देना होगा।''
स्कॉटलैंड यार्ड ने मंगलवार को कहा कि 50 से अधिक उन लोगों को जुर्माने के लिए नोटिस जारी किया जाएगा जिन्होंने प्रधानमंत्री के सरकारी कार्यालय/आवास 'डाउनिंग स्ट्रीट' और लंदन के व्हाइटहॉल में सरकारी कार्यालयों में कोविड लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करते हुए पार्टियों का आयोजन किया था या उनमें शामिल हुए थे।
पिछले महीने स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने इस बात की पुष्टि की थी कि वह 'पार्टीगेट' मामले में 20 लोगों पर जुर्माना लगाएगी। अब इसमें 30 और लोग जुड़ गए हैं। पुलिस ने एक बयान में कहा, ''मंगलवार, 12 अप्रैल 2022 तक हमने कोविड-19 नियमों के उल्लंघन के लिए एसीआरओ आपराधिक रिकॉर्ड कार्यालय को 'फिक्स्ड पेनल्टी नोटिस' (एफपीएन) के लिए 50 से अधिक लोगों के नाम दिए हैं।'' बयान में कहा गया है, ''हम इस जांच को तेज गति से आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।''
पुलिस 2020-21 में लागू लॉकडाउन नियमों के उल्लंघन को लेकर 12 मामलों की जांच कर रही है। ऐसा माना जाता है कि इन पार्टियों में प्रधानमंत्री जॉनसन भी शामिल हुए थे। इसमें से एक पार्टी जून 2020 में डाउनिंग स्ट्रीट के कैबिनेट रूम में जॉनसन के जन्मदिन पर आयोजित किए जाने का आरोप है। लंदन की पुलिस ने इस मामले में प्रधानमंत्री समेत 100 से अधिक लोगों को सवालों की सूची भेजी थी। पुलिस ने जांच के तहत गवाहों के बयान भी दर्ज किए थे।