ब्राजील में कोरोना मृतकों की संख्या चार लाख के पार, तीसरी लहर की संभावना से चिंतित स्वास्थ्य विशेषज्ञ
ब्राजील में कोरोनावायरस महामारी लोगों पर कहर बनकर टूट रहा है
ब्राजील में कोरोनावायरस महामारी (Coronavirus in Brazil) लोगों पर कहर बनकर टूट रहा है. गुरुवार को ब्राजील (Brazil) में कोरोना संक्रमण के चलते जान गंवाने वाले लोगों की संख्या चार लाख को पार कर गई. अमेरिका (America) के बाद ब्राजील दूसरा ऐसा देश बन गया है, जहां मृतकों की संख्या चार लाख से अधिक हो गई है. पिछले एक महीने में एक लाख से ज्यादा लोगों ने कोविड-19 के चलते अपनी जान गंवाई है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेताया है कि सर्दियों के आने पर हालात और भी ज्यादा भयावह हो सकते हैं.
अप्रैल का महीना ब्राजील के लिए बेहद ही खतरनाक रहा है. देश के भीड़ भरे अस्पतालों में हजारों की संख्या में मरीजों की कोरोना के चलते मौत हुई. महीने के शुरुआती दो दिन में स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में चार हजार से ज्यादा लोगों की कोरोना से मौत हुई. वहीं, सात दिनों में औसतन 3100 लोगों की मौत हुई. हालांकि, पिछले दो सप्ताह से मृतकों की संख्या में थोड़ी सी गिरावट देखने को मिली है. इन दोनों सप्ताह में औसतन हर दिन 2400 लोगों की मौत हुई. वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऐलान किया कि गुरुवार को 3,001 लोगों की मौत हुई और इस तरह कुल मृतकों की संख्या 4,01,186 हो गई.
वायरस की एक और लहर का खतरा
स्थानीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने हाल के दिनों में मृतकों और नए मामलों में आई गिरावट से राहत की सांस ली है. इसके चलते ब्राजीलियन स्वास्थ्य सिस्टम पर थोड़ा सा दबाव कम हुआ है. देश में वायरस की एक और लहर आने का खतरा बना हुआ है, जैसे कुछ यूरोपीय मुल्कों में देखने को मिला है. ऐसा इस वजह से हुआ है क्योंकि संक्रमण के मामलों में कमी होने के बाद कुछ आर्थिक गतिविधियों को फिर खोल दिया गया है. दूसरी ओर वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार भी इसकी एक वजह है.
लॉकडाउन को लेकर सख्त बोल्सोनारो
अभी तक सिर्फ छह फीसदी ब्राजीलियाई लोगों का पूरी तरह से वैक्सीनेशन हुआ है. राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो लगातार कह रहे हैं कि वह वैक्सीन को लेने वाले आखिरी व्यक्ति होंगे. बोल्सोनारो ने उन सभी गवर्नरों और मेयर्स की आलोचना की है, जिन्होंने अपने क्षेत्र में वायरस को रोकने के लिए प्रतिबंध लागू किए हुए हैं. ब्राजील में मृतकों की संख्या चार लाख पार होने के बाद बोल्सोनारो ने कहा कि एक बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है. उन्हें हर एक मौत के लिए दुख है. राष्ट्रपति ने कहा कि वह भगवान से दुआ करते हैं कि देश में तीसरी लहर न आए. लेकिन अगर लॉकडाउन की नीतियां जारी रहती हैं तो देश भयंकर गरीबी में फंस जाएगा.