झुके इमरान! पाक PM ने आर्मी चीफ से विवाद के बीच की नए ISI चीफ की नियुक्ति
कई महीनों के ऊहापोह और तनाव के बाद आखिरकार पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को नए ISI चीफ की नियुक्ति का नोटिफिकेशन जारी कर दिया.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कई महीनों के ऊहापोह और तनाव के बाद आखिरकार पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने मंगलवार को नए ISI चीफ की नियुक्ति का नोटिफिकेशन जारी कर दिया. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी किए गए नोटिफिकेशन के बाद अब आईएसआई के नए चीफ नदीम अंजुम (Nadeem Anjum) होंगे. अंजुम अपना पदभार 20 नवंबर से ग्रहण करेंगे. वो वर्तमान चीफ फैज हमीद की जगह लेंगे.
आज जारी किए गए नोटिफिकेशन को पाक प्रधानमंत्री इमरान खान की तरफ से 'प्रतिष्ठा बचाने' की कवायद माना जा रहा है. इससे पहले इमरान खान वर्तमान आईएसआई चीफ को अभी पद पर बनाए रखना चाहते थे, कम से कम दिसंबर महीने तक. लेकिन आर्मी चीफ ने साफ कर दिया था कि फैज हमीद को अधिकतम 15 नवंबर तक पद पर रखा जा सकता है. आर्मी चीफ ने इमरान खान से ये भी कहा था कि नागरिक सरकार को आर्मी के मामलों में दखल नहीं देना चाहिए.
यह भी खबर आई थी कि इमरान खान ने आईएसआई चीफ पद के सभी दावेदारों से मुलाकात की इच्छा जताई थी लेकिन नियुक्ति पैनल के डायरेक्टर जनरल ने इससे भी मना कर दिया था.
तालिबान सरकार और फैज हमीद
बता दें कि अगस्त महीने के मध्य में काबुल पर कब्जा जमाने वाले तालिबान ने देश में अपनी अंतरिम सरकार की घोषणा 7 सितंबर को कर दी थी. सरकार की घोषणा फैज हमीद की काबुल यात्रा के बाद ही हुई थी. यह भी कहा गया है कि आईएसआई की तरफ से दिए गए दबाव के कारण मुल्ला अब्दुल गनी बरादर का अंतरिम सरकार में 'डिमोशन' किया गया. बरादर तालिबान की दोहा टीम का मुखिया रहा है और अब अंतरिम सरकार में डिप्टी पीएम है.
दोहा टीम को नहीं दी गई तवज्जो
तालिबान की दोहा टीम का मानना था कि सरकार को ज्यादा समावेशी बनाए जाने की जरूरत है जिससे अंतरराष्ट्रीय बिरादरी में कट्टरपंथी संगठन को अधिक मान्यता मिले. ये टीम पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई और सीईओ अब्दुल्ला अब्दुल्ला को भी शामिल करने की पक्षधर थी. हक्कानी गुट में से भी ये टीम अनस हक्कानी को सरकार में शामिल करवाना चाहती थी.