बोट के डूबने से तीन की मौत, PM बोरिस जॉनसन ने कहा- होगी सख्त कार्रवाई
फ्रांस के उत्तरी समुद्रवर्ती इलाके में एक बोट के डूबने (Boat Sink in France) से तीन लोगों की मौत (Three People Died) हो गई.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| फ्रांस के उत्तरी समुद्रवर्ती इलाके में एक बोट के डूबने (Boat Sink in France) से तीन लोगों की मौत (Three People Died) हो गई. हालांकि अभी मरने वालों की संख्या की ठीक-ठीक जानकारी नहीं मिल पाई है. रेस्क्यू में लगे मानवाधिकार समूह (Human Rights Groups) ने जानकारी दी कि बोट फ्रांस के जलीय इलाकों में तब डूब गया जब वह लंदन जा रहा था. मानवाधिकार समूह ने एक विज्ञप्ति जारी कर मंगलवार को यह बताया कि बोट डनर्किक से एक समूह के अप्रवासियों को ब्रिटेन ले जा रहा था. यह घटना उत्तरी फ्रांस के केलाइस में हुई. इस बोट में सवार लोगों को पानी में से निकाला गया और उन्हें केलाइस और डनर्किक (Dunkirk) के अस्पताल में भर्ती कराया गया.
मृतकों की संख्या का नहीं है जानकारी
यह बताया जा रहा है कि मृतकों की संख्या का अभी पता नहीं चल पाया है और अभी इस बात की भी जानकारी भी नहीं मिल पाई है कि बोट में कुल कितने लोग सवार थे. घटनास्थल पर अभी भी लोगों को बचाने के लिए राहत दल मुहिम में लगा हुआ है. क्षेत्रीय बचाव और निगरानी परिचालन केंद्र ने यह बताया कि फ्रांसीसी अभियोजकों ने नाव डूबने के कारणों की वजहों की पड़ताल करने के लिए जांच शुरू कर दी है. पहचान करने के लिए एक जांच खोली है
फ्रांस के उपमंत्री ने घटना पर दुख प्रकट किया
फ्रांस के उप मंत्री मार्लीन शियाप्पा ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा कि फ्रांसीसी सरकार ने बचाव अभियान में पूरा सहयोग दिया है. यह बड़े दुख के साथ बता रहा हूं कि 19 अप्रवासियों को इंग्लैंड ले जाने वाली एक नाव के डूबने का पता लगाया. शियाप्पा ने ट्वीट करते हुए कहा कि बचाव अभियान में राज्य संसाधनों की पूरी भागीदारी के बावजूद, मरने वालों की संख्या ज्यादा और इसकी संख्या को लेकर अभी भी दुरुस्त जानकारी नहीं मिल पाई है.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने फ्रांसीसी अधिकारियों को सहायता की पेशकश की. बोरिस जॉनसन ने कहा कि वे इस घटना की जांच कराना चाहते हैं और इस तरह की असुरक्षित यात्रा को बढ़ावा देने वाले गिरोहों पर "सख्ती" करने की कसम खाते थे. उन्होंने कहा कि हम निर्मम आपराधिक गिरोहों पर नकेल कस सकते हैं, जो इन खतरनाक यात्रा को सुविधाजनक बनाकर कमजोर लोगों का शिकार करते हैं.