अगले महीने पश्चिम एशिया का दौरा करेंगे जो बाइडेन, क्वाड की बैठक में शामिल होंगे चारों देश
दक्षिण चीन सागर में हमला करने की कोशिश की तो सारे देश मिलकर उसे करारा सबक सिखा सकेंगे.
अपनी आर्थिक और सैन्य ताकत के बल पर दुनिया को दबाने की कोशिश कर रहे विस्तारवादी चीन (China) की मुश्किलें अब और बढ़ने वाली हैं. क्वाड के गठन के बाद अब भारत और अमेरिका मिलकर वेस्ट एशिया क्वाड (West Asia Quad) को मजबूत करने करने जा रहे हैं. इन दोनों के साथ इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात इस पहल में शामिल हैं. ये चारों देश मिलकर ड्रैगन को घेरने के लिए एकजुट होकर काम करेंगे.
अगले महीने पश्चिम एशिया का दौरा करेंगे जो बाइडेन
अमेरिका ने मंगलवार को बयान जारी करके कहा कि यूएस राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) अगले महीने 13 से 16 जुलाई तक पश्चिम एशिया के दौरे पर रहेंगे. इस दौरे में वे संयुक्त अरब अमीरात, वेस्ट बैंक, फिलीस्तीनी अथॉरिटी, जेद्दाह, सऊदी अरब और इजराइल का दौरा करेंगे. अपने इस दौरे में वे पश्चिम एशिया के करीब एक दर्जन नेताओं से भी मुलाकात करेंगे.
वेस्ट एशिया क्वाड की बैठक में शामिल होंगे चारों देश
इजराइल पहुंचने पर जो बाइडेन (Joe Biden) वेस्ट एशिया क्वाड (West Asia Quad) के लिए बड़ी पहल करेंगे. वे वर्चुअल सम्मेलन के जरिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, इजरायल के पीएम नफ्ताली बेनेट और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ बात करेंगे. चारों देश चीन की चुनौती को देखते हुए इस नए संगठन को गंभीरता से आगे बढ़ाने की पहल कर रहे हैं. इसलिए चारों देश वेस्ट एशिया क्वाड को प्रभावी बनाने के तरीके पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे.
पहली बार होने जा रही शिखर वार्ता
सूत्रों के मुताबिक भारत और इजराइल के लिए जिनके नाम 'आई' अक्षर से शुरू होते हैं और यूएस और यूएई जो 'यू' अक्षर से शुरू होते हैं. इसीलिए इस नए संगठन का औपचारिक नाम I2U2 रखा जाएगा. हालांकि इस नए संगठन की शीर्ष स्तर की बैठक पहली बार होने जा रही है लेकिन इसकी बुनियाद पिछले अक्टूबर में पड़ी थी, जब अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने इसका उद्घाटन किया था.
कई क्षेत्रों में बढ़ाया जाएगा सहयोग
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता ने कहा, 'I2U2 भागीदार देशों का एक नया समूह है. इसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, इजराइल, भारत और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं. यह संगठन मध्य पूर्व और एशिया में आर्थिक- राजनीतिक सहयोग के विस्तार पर केंद्रित है. इसमें व्यापार, जलवायु परिवर्तन का मुकाबला, ऊर्जा सहयोग और अन्य महत्वपूर्ण साझा हितों पर काम किया जाएगा.
चीन के मुकाबले के लिए बढ़ रही तैयारियां
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि चीन (China) के मंसूबों को रोकने के लिए भारत और अमेरिका अब करीबी सहयोग के साथ आगे बढ़ रहे हैं. दोनों ही देश क्वाड और नए वेस्ट एशिया क्वाड (West Asia Quad) में शामिल हैं. दोनों सेनाओं ने आपस में बंदरगाहों और सैन्य अड्डों का इस्तेमाल करने का समझौता किया है. ये सब भविष्य की ऐसी तैयारियां हैं, जिसमें कभी चीन ने ताइवान या दक्षिण चीन सागर में हमला करने की कोशिश की तो सारे देश मिलकर उसे करारा सबक सिखा सकेंगे.