बीजिंग: Ukraine संकट के बीच आज शी जिनपिंग और पुतिन के बीच होगी मुलाकात, शीतकालीन ओलंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेंगे
यूक्रेन संकट के बीच आज चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंगऔर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात होगी.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यूक्रेन संकट के बीच आज चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) की मुलाकात होगी. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक खेलों (Beijing Winter Olympics) के उद्धाटन समारोह में शरीक होंगे. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति के बीच ये मुलाकात ऐसे समय में होगी जब यूक्रेन के मसले पर पश्चिमी देशों के साथ तनाव बढ़ा है.
शी जिनपिंग करीब दो सालों में पहली बार एक वैश्विक नेता की मेजबानी करते हुए आमने-सामने बैठक करेंगे. क्रेमलिन के एक शीर्ष सलाहकार ने बुधवार की प्रेस वार्ता में कहा कि शी जिनपिंग और पुतिन अपने राष्ट्रों के संयुक्त बयान जारी करने से पहले सुरक्षा और दूसरे मुद्दों पर अपने आम विचारों को दर्शाते हुए चीन की राजधानी में मुलाकात करेंगे. इसके बाद दोनों नेता शुक्रवार शाम को ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे.
शी जिनपिंग और पुतिन के बीच होगी मुलाकात
यूक्रेन संकट (Ukraine Crisis) के बीच पश्चिम के साथ बढ़ते तनाव ने दुनिया के सबसे बड़े राष्ट्र और इसकी सबसे अधिक आबादी वाले देशों के बीच संबंधों को मजबूत किया है. पुतिन शुक्रवार के उद्घाटन समारोह में अपनी उपस्थिति की पुष्टि करने वाले पहले विदेशी नेता है. उन्होंने दिसंबर में शी जिनपिंग के साथ एक फोन कॉल में बीजिंग के साथ रूस के मॉडल संबंधों की सराहना की थी. पुतिन ने अपने चीनी समकक्ष को प्रिय दोस्त बताया था. चीन ने संयुक्त राज्य अमेरिका से यूक्रेन पर रूस की उचित सुरक्षा चिंताओं का सम्मान करने का आह्वान भी किया है.
पश्चिमी देशों की धमकी के बीच रूस को समर्थन की तलाश
ऐसा माना जा रहा है कि यूक्रेन के साथ अपनी सीमा के पास 100,000 सैनिकों की तैनाती के बाद रूस समर्थन की तलाश कर रहा है. बता दें कि पश्चिमी देशों ने यूक्रेन पर हमले को लेकर चेतावनी दी थी और किसी भी रूसी हमले के जवाब में गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी है. 1949 में कम्युनिस्ट शासन की स्थापना के बाद चीन को सोवियत संघ से भरपूर समर्थन मिला था.
1990 के दशक में शीत युद्ध समाप्त होने के साथ ही संबंध पटरी पर आ गए थे और इस जोड़ी ने हाल के वर्षों में एक रणनीतिक साझेदारी का अनुसरण किया है. साथ ही व्यापार, सैन्य और भू-राजनीतिक मुद्दों पर मिलकर काम किया है. ओलंपिक खेलों के उद्घाटन में कुल मिलाकर करीब 21 वैश्विक नेताओं के हिस्सा लेने की उम्मीद है.