बीजिंग ने ऋण का पुनर्गठन करने से कर दिया इन्कार, चीन के पर्याप्त सहयोग नहीं करने से श्रीलंका निराश
चीन के पर्याप्त सहयोग नहीं करने से श्रीलंका निराश
कोलंबो, एएनआइ। अभूतपूर्व आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका को मानवीय मदद का आश्वासन देने वाले चीन ने ऋण का पुनर्गठन करने से इन्कार कर दिया है। ट्रू सिलोन के मुताबिक, आर्थिक संकट से उबरने के लिए चीन द्वारा की गई सहायता पेशकश को अपर्याप्त माना जा रहा है। श्रीलंका ने चीन से वित्तीय सहायता और कर्ज का पुनर्गठन करने का आग्रह किया था। द्वीप देश पर कुल विदेशी कर्ज में से 10 प्रतिशत चीन का है। चीन के सहयोग नहीं करने से श्रीलंका निराश हो गया है। पिछले सप्ताह चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने अपने श्रीलंकाई समकक्ष महिंदा राजपक्षे के साथ फोन पर हुई बातचीत में कहा था कि बीजिंग द्वीप देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा था कि पेश आ रही कठिनाइयों और चुनौतियों को देखते हुए वह श्रीलंका के साथ सहानुभूति रखते हैं।
पूर्व क्रिकेटर सनथ जयसूर्या ने भारत से दवा भेजने का आग्रह किया
पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी सनथ जयसूर्या ने श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले से गुरुवार को मुलाकात की और उनसे जरूरी दवा की आपूर्ति में सहायता करने का आग्रह किया। मुलाकात के दौरान पूर्व क्रिकेटर ने दवा समेत अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में भारत के सहयोग की सराहना की।
सरकार से इस्तीफे मांग करते हुए कर्मचारियों ने की हड़ताल
समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, श्रीलंका में करीब 1000 मजदूर संगठनों ने एक दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल की। मजदूर संगठनों ने वर्तमान आर्थिक संकट से निपटने में विफल रहने के लिए राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे समेत सरकार से तत्काल इस्तीफा देने की मांग की है। सरकारी सेवा, स्वास्थ्य, बंदरगाह, बिजली, शिक्षा और डाक विभाग समेत कई क्षेत्रों के संगठन हड़ताल में शामिल हुए। शिक्षक संघ के प्रवक्ता जोसफ स्टालिन ने कहा कि जब जनता सड़कों पर है और घर वापस जाने की मांग कर रही है तब राजपक्षे सरकार सत्ता बचाने में जुटी है। स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के रवि कुमुदेश ने कहा कि हम सरकार को इस्तीफे के लिए एक सप्ताह का समय दे रहे हैं।
गैरकानूनी रूप से आए दो श्रीलंकाई नागरिक तमिलनाडु में गिरफ्तार
तमिलनाडु पुलिस ने गुरुवार को गैरकानूनी रूप से भारत में प्रवेश करने के लिए दो श्रीलंकाई नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया। देविपटिनम मरीन पुलिस ने दोनों को पकड़ा। जांच में पता चला कि दोनों श्रीलंका में ड्रग्स तस्करी के मामले में संलिप्त हैं। आर्थिक संकट में दोनों भारत चले आए हैं।