जापान में कोरोना महामारी की सातवीं लहर की शुरुआत, BA.5 वेरिएंट बना वजह

तीसरी खुराक लेने वाले 20 वर्ष की उम्र के लोगों में ये 45 फीसद, 30 वर्ष तक के लोगों में ये 49 फीसद और 49 वर्ष तक के लोगों में 58 फीसद ही है।

Update: 2022-07-08 08:31 GMT

जापान में कोरोना महामारी की सातवीं लहर की शुरुआत हो चुकी है। यहां पर कोरोना का सबवेरिएंट बीए-5 की वजह से कोरोना के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जापान में बीते 24 घंटों में कोरोना के 8529नए मामले आए हैं। ये मामले पिछले एक सप्‍ताह के मुकाबले दोगुने हैं। जापान में इतनी संख्‍या में इस वर्ष मई में आए थे। इस दौरान 1448 मरीजों को अस्‍पताल में भर्ती किया गया।

बढ़ते मामलों की वजह
देश के शीर्ष मेडिकल एडवाइजर नोरियो ओमाग्‍री ने बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए कहा है कि उन्‍हें डर है कि बढ़ते मामलों का प्रभाव देश के हेल्‍थ केयर सिस्‍टम पर भी पड़ सकता है। उन्‍होंने देश के हेल्‍थ केयर सिस्‍टम को और अधिक मजबूत करने पर जोर दिया है। इसके लिए तुरंत काम शुरू करना होगा।
किटासाटो इंस्टिट्यूट फार लाइफ साइंस के प्रोजेक्‍ट प्रोफेसर टेटसुओ नाकायामा का कहना है कि हाल ही में कोरोना के मामलों में तेजी का आना कुछ इलाकों में कोरोना रोधी टीके को लगाने में आई गिरावट भी है। उनके मुताबिक 20 से 49 वर्ष के बीच की आयु में वेक्‍सीनेशन रेट काफी धीमा है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जापान में 80 फीसद लोगों को कोरोना रोधी टीके की दूसरी खुराक दी जा चुकी है। वहीं 62 फीसद लोगों को इसकी तीसरी खुराक मिल सकती है। 20 से 49 वर्ष के आयु वर्ग की यदि बात करें तो तीसरी खुराक लेने वाले 20 वर्ष की उम्र के लोगों में ये 45 फीसद, 30 वर्ष तक के लोगों में ये 49 फीसद और 49 वर्ष तक के लोगों में 58 फीसद ही है।

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