बांग्लादेश के विदेश मंत्री बोले- दुर्गा पूजा हिंसा में सिर्फ 6 लोगों की हुई मौत, नहीं कोई मंदिर तोडा गया

बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान पंडालों और मंदिरों में हुई हिंसा को लेकर मीडिया में कई तरह की खबरें चल रही हैं.

Update: 2021-10-29 03:23 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान पंडालों और मंदिरों में हुई हिंसा को लेकर मीडिया में कई तरह की खबरें चल रही हैं. ऐसे में यहां के विदेश मंत्री ने बयान जारी को इन सभी खबरों को प्रोपगेंडा का हिस्सा बताया है. विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमेन (Dr AK Abdul Momen) ने बताया कि हाल में हुई हिंसा में सिर्फ 6 लोगों की मौत हुई थी. इसमें 4 मुस्लिम समुदाय से थे. हिंसा के दौरान न तो किसी मंदिर को नुकसान पहुंचाया गया और न ही किसी महिला के साथ रेप किया गया.

समाचार एजेंसी ANI ने शुक्रवार को हाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं को लेकर बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमेन (Dr AK Abdul Momen) का बयान शेयर किया है. बयान में विदेश मंत्री मोमेन ने कहा, 'सभी चल रहे प्रचारों के विपरीत हाल की हिंसा के दौरान केवल 6 लोग मारे गए. जिनमें से 4 मुस्लिम थे. कानून लागू करने वाले अधिकारियों के साथ मुठभेड़ के दौरान 2 हिंदू भी मारे गए थे. इनमें से एक की मौत सामान्य थी, जबकि दूसरे ने तालाब में कूदकर जान गंवाई. हिंसक घटनाओं के दौरान किसी का रेप नहीं हुआ और न ही किसी मंदिर को नष्ट किया गया. हालांकि, कुछ मूर्तियों को तोड़ा गया है. ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं, जो नहीं होनी चाहिए थी.'
बयान में आगे कहा गया, 'प्रशासन ने इन घटनाओं पर तुरंत प्रभाव से एक्शन लिया. कई संदिग्ध और आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं और वो पुलिस कस्टडी में हैं. इस दौरान करीब 20 हिंदुओं के घरों में आग लगा दिया गया था. सभी के घरों को दोबारा से बनवा दिया गया है और उन्हें सरकार की तरफ से मुआवजा भी दे दिया गया है. आगे कुछ और आर्थिक मदद का ऐलान किया जा सकता है.'
मोमेन ने कहा, 'ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ मीडिया और एजेंसी ऐसी खबरें बनाकर प्रचारित कर रहे हैं, जिससे सरकार को शर्मिंदगी होगी और उसकी छवि खराब हो. हमारी सरकार सांप्रदायिक सद्भाव पर भरोसा करती है.'
इससे पहले सूचना व प्रसारण मंत्री एम. हसन महमूद ने गुरुवार को दावा किया कि 1971 के मुक्ति संग्राम का विरोध करने वाले पाकिस्तान समर्थक तत्व उनके देश में साम्प्रदायिक अशांति फैलाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हाल ही में भारत के पड़ोसी देश में हुई साम्प्रदायिक हिंसा में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि धर्मनिरपेक्षता 'देश और उसके संविधान'के लिए मार्गदर्शक बनी रहेगी.
उन्होंने कहा, 'हमने हिंसा में शामिल दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. बांग्लादेश में हिन्दू-मुसलमान में यकीन नहीं किया जाता. सबसे पहले हम बंगाली हैं और उसके बाद ही हम अपने धर्म के आधार पर जाने जाते हैं. दोषी वे लोग हैं जो देश में अराजकता फैलाना चाहते हैं. बीएनपी-जमात के कार्यकर्ता उन हमलों में शामिल थे.' मंत्री ने कहा कि इस साल पूजा के दौरान करीब 32,000 दुर्गा पूजा पंडाल बनाए गए थे, लेकिन तोड़-फोड़ कुछ ही पंडालों में हुई.


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