बांग्लादेश: रोहिंग्या शिविरों में बाढ़ का प्रकोप, हजारों प्रभावित, 6 लोगों की मौत
बांग्लादेश के सबसे अधिक आपदाग्रस्त हिस्सों में से एक है। यह एक डेल्टा इलाका है जो कई नदियों से घिरा हुआ है।
दक्षिणी बांग्लादेश में लगातार हो रही भारी बारिश के बाद रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों में बाढ़ आ गई है। शरणार्थी शिविर में रहने वाले लोग फिर से शरणार्थी शिविरों की तलाश कर रहे हैं। यूनाइटेड नेशंस की रिफ्यूजी एजेंसी ने बताया है कि कॉक्स बाजार के कैंप्स में 28 जुलाई को 30 सेंटीमीटर से अधिक बारिश हुई है। इससे 12 हज़ार से अधिक रोहिंग्या प्रभावित हुए हैं। 2500 से अधिक लोगों के शेल्टर क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गए हैं।
पांच हज़ार से अधिक लोग शरणार्थियों शिविरों की तलाश कर रहे हैं। कोरोना वायरस महामारी के कारण स्थिति और खराब हो गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक़ अगले कुछ दिनों में और भारी बारिश होने की उम्मीद है। अब तक बरसात और बाढ़ के कारण शिविरों में छह लोगों की मौत हो चुकी है।2
न्यूज़ एजेंसी एपी की रिपोर्ट मुताबिक शरणार्थियों को ठीक से खाने और पीने के लिए पानी को लेकर भी दिक्कतें बढ़ गई हैं। शरणार्थियों का कहना है कि पिछले चार दिनों से लगातार हो रही बारिश से उनके घर में पानी भर गया है। उनका कहना है कि वे तो खा भी नहीं सकते। यही हाल रहा तो हमारे बच्चे कहीं नींद में डूबकर ही न मर जाएं।
2017 से म्यांमार से भाग रहे रोहिंग्या
अगस्त 2017 से सात लाख से अधिक रोहिंग्या शरणार्थी बांग्लादेश में रह रहे हैं। बौद्ध बहुल म्यांमार में सेना ने विद्रोहियों के हमले के बाद मुस्लिम समुदाय पर कठोर कारवाई शुरू करने के बाद से शरणार्थी बांग्लादेश पहुंच रहे हैं।
इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन का कहना है कि कॉक्स बाजार, जहां लाखों रोहिंग्या शरणार्थी रहते हैं, बांग्लादेश के सबसे अधिक आपदाग्रस्त हिस्सों में से एक है। यह एक डेल्टा इलाका है जो कई नदियों से घिरा हुआ है।