पाकिस्तान के सिंध और बलूचिस्तान प्रांत में बाढ़ से बुरा हाल, जानमाल का काफी नुकसान, मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी

पाकिस्तान के कई राज्य इन दिनों बाढ़ की समस्या से जूझ रहे हैं। पाकिस्तान में बाढ़ का सबसे ज्यादा असर बलूचिस्तान और सिंध प्रांत में देखने को मिला है।

Update: 2022-07-31 04:01 GMT

फाइल  फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाकिस्तान के कई राज्य इन दिनों बाढ़ की समस्या से जूझ रहे हैं। पाकिस्तान में बाढ़ का सबसे ज्यादा असर बलूचिस्तान और सिंध प्रांत में देखने को मिला है। यहां हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति भी भयावह बनती जा रही है। मौसम विभाग की मानें तो बलूचिस्तान में इस साल अप्रत्याशित रूप से भारी बारिश हुई है। एक स्थानीय मीडिया ने पाकिस्तान के आपदा प्रबंधन अधिकारियों के हवाले से बताया कि पिछले 24 घंटों में एक परिवार के नौ लोग बाढ़ में बह गए। डान की खबर के मुताबिक मृतकों में सात बच्चे और एक महिला शामिल हैं।

खैबर पख्तूनख्वा में बाढ़ ने ली कई लोगों की जान
इसके अलावा पीडीएमए द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा में बाढ़ व एक मकान की छत गिरने से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और 17 घायल हो गए हैं। साथ ही पिछले 36 घंटों में बाढ़ में लगभग 100 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, पाकिस्तान की सरकार ने भारी बारिश को देखते हुए बलूचिस्तान प्रांत में धारा 144 लागू कर दी है।
बलूचिस्तान प्रांत में धारा 144 लागू
बलूचिस्तान के मुख्य सचिव अब्दुल अजीज उकाली ने कहा, 'प्रांत में धारा 144 लागू कर दी गई है और नागरिकों को 10 दिनों तक अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है'। उन्होंने कहा कि एक जून से अब तक बारिश ने 124 लोगों की जान ले ली है और सूबे में 10,000 घरों को नुकसान पहुंचा है। बाढ़ से लगभग 565 किमी सड़कें और 197,930 एकड़ कृषि भूमि क्षतिग्रस्त हो गई, जबकि 712 पशुधन भी मारे गए हैं।
बाढ़ की चपेट में आने से डूबे सिंध प्रांत के 50 गांव
बलूचिस्तान से अचानक आई बाढ़ के बाद पाकिस्तान के सिंध प्रांत में भी बाढ़ का कहर जारी है। जानकारी के अनुसार, सिंध प्रांत में 50 से अधिक गांव जलमग्न हो गए। एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, बलूचिस्तान में मूसलाधार बारिश और अचानक आई बाढ़ के कारण पानी की दूसरी धारा निकटवर्ती कंबार-शाहदादकोट जिले और दादू जिले के कछो के पहाड़ी क्षेत्र में प्रवेश कर गया है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में अधिक नुकसान हुआ।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र छोड़ने को मजबूर हुए लोग
एआरवाई न्यूज के मुताबिक, स्थानीय सूत्रों ने कहा कि प्रभावित इलाकों के लोग अपनी जान बचाने के लिए पहाड़ियों और सुरक्षात्मक बांधों में शरण लेने को मजबूर हैं। साथ ही बाढ़ प्रभावित गांव में 70 साल की एक बुजुर्ग महिला की चिकित्सा सहायता न मिलने पर स्वास्थ्य की स्थिति के कारण मृत्यु हो गई है। पाकिस्तान के आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि भारी बारिश और बाढ़ में 19 और लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों अन्य बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में फंसे हुए हैं। पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) ने अगले 24 घंटों के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में और बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की भविष्यवाणी जारी की है।
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