इस परियोजना को ऑस्ट्रेलिया ने किया रद्द, चीन ने कहा- खुद को पहुंचाओगे नुकसान

ऑस्ट्रेलिया ने चीन को झटका देते हुए उसकी महत्वकांक्षी ‘बेल्ट एंड रोड’ परियोजना से जुड़े दो समझौतों को रद्द कर दिया है

Update: 2021-04-22 10:01 GMT

ऑस्ट्रेलिया ने चीन को झटका देते हुए उसकी महत्वकांक्षी 'बेल्ट एंड रोड' परियोजना (Belt and Road Initiative) से जुड़े दो समझौतों को रद्द कर दिया है. जिसपर चीन ने धमकी दी है. ऑस्ट्रेलिया में चीन के दूतावास ने इसे चीन के खिलाफ उठाया गया एक और अनुचित और उत्तेजक कदम बताया है (China Australia Relationship). दूतावास ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि ऑस्ट्रेलिया की सरकार चीन-ऑस्ट्रेलिया के संबंध को बेहतर करने के लिए ईमानदारी नहीं दिखा रही है. चीन की ओर से कहा गया है कि इस तरह का कदम द्विपक्षीय संबंधों के लिए तो नुकसानदायक है ही, साथ ही खुद को नुकसान पहुंचाकर खत्म होगा.

एक दिन पहले ही ऑस्ट्रेलिया ने चीन के अलावा ईरान और सीरिया के साथ किए गए समझौतों को भी रद्द कर दिया है. यहां नए कानून के आने के बाद कुल चार समझौतों को रद्द किया गया है (China Australia Dispute). इस कानून के तहत संघीय सरकार को उन अंतरराष्ट्रीय समझौतों को रद्द करने की शक्ति मिल जाती है, जिन्हें निचले प्रशासनिक स्तर पर किया जाता है और जो राष्ट्र के खिलाफ पाए जाते हैं. रद्द किए गए इन्हीं समझौतों में दो चीन की बेल्ड एंड रोड परियोजना से जुड़े हुए हैं. जिनपर साल 2018 और 2019 में हस्ताक्षर किए गए थे.
विदेश मंत्री ने क्या कहा?
ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मारिस पायने ने कहा है कि उनके मुताबिक ये चार समझौते ऑस्ट्रेलिया की विदेश नीति से मेल नहीं खाते थे और विदेश संबंधों के प्रतिकूल भी थे. हलाांकि चीन पहले भी विक्टोरिया राज्य के साथ 'सफल व्यवहारिक सहयोग' को बाधित किए जाने को लेकर चेतावनी दे चुका है (China Australia Economic War). वहीं ऑस्ट्रेलिया के इस नए कानून की बात करें तो इसे साल 2018 में पारित किया गया था, यह एक राष्ट्रीय सुरक्षा कानून है. जिसके तहत गुप्त रूप से किसी अन्य देश द्वारा घरेलू नीतियों में की जा रही दखल को रोका जाता है. यही वजह है कि चीन ने इस कानून के प्रति भी नाराजगी जताई थी.
कब बिगड़े ऑस्ट्रेलिया-चीन के रिश्ते?
चीन के रिश्ते इस वक्त अमेरिका, भारत और फिलीपींस सहित कई देशों से खराब चल रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के साथ उसका रिश्ता तब बिगड़ना शुरू हुआ जब तीन साल (2018 में) पहले ऑस्ट्रेलिया ने चीनी कंपनी ख्वावे पर 5जी नेटवर्क के लिए बैन लगा दिया था. ये कदम उठाने वाला पहला देश ऑस्ट्रेलिया ही था, जिसके बाद कई और पश्चिमी देशों ने ऐसा ही किया. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के मांग की कि कोरोना वायरस महामारी के फैलाव के लिए चीन की स्वतंत्र रूप से जांच की जाए (China Australia Coal Import Ban). जिसके बाद चीन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कदम उठाना शुरू कर दिया. उसने ऑस्ट्रेलिया के वाइन और कोयले के निर्यात तक पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए थे.


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