पाकिस्तान मे अल्पसंख्यकों पर जुल्म, 13 वर्षीय एक हिंदू लड़की की अपहरणकर्ता से करई शादी

भारत में अल्पसंख्यकों की खराब स्थिति का इल्जाम लगाकर अक्सर विलाप करने वाले पाकिस्तान को अपने यहां अल्पसंख्यकों पर जुल्म

Update: 2021-03-11 02:16 GMT

भारत में अल्पसंख्यकों की खराब स्थिति का इल्जाम लगाकर अक्सर विलाप करने वाले पाकिस्तान को अपने यहां अल्पसंख्यकों पर जुल्म, ज्यादती और सितम की तस्वीर नहीं दिखती। पाकिस्तान में हिन्दुओं पर अत्याचार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। वहां हिन्दुओं के जबरन धर्म परिवर्तन, हत्या और अगवा किए जाने की घटना हर दिन सामने आती हैं, फिर भी इमरान खान को कुछ नहीं दिखता। पाकिस्तान में एक और हिन्दू लड़की को अगवा कर, उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया है और उसे अपहरणकर्ता से ही शादी करने पर मजबूर किया गया है।

पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, कविता बाई नाम की 13 वर्षीय एक हिंदू लड़की को कथित तौर पर बहलानी जनजाति के एक व्यक्ति ने अगवा कर लिया, जिसके बाद बरेलवी धर्मगुरु मियां मिट्ठू ने जबरन उसका इस्लाम में धर्म परिवर्तन कराया और फिर उसके अपहरणकर्ता से शादी करवा दी। जबरन धर्म परिवर्तन समारोह का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
यह घटना सिंध के काशमोर जिले के तंगवानी तालुका में हुई थी। समा टीवी के मुताबिक, लड़की को 8 मार्च को उसके घर से पांच लोगों ने अगवा कर लिया था। उसके पिता ने कहा कि पांच हथियारबंद लोग उनकी बेटी को अपने घर से एक सफेद वाहन में घसीट कर घर से उठा ले गए। हालांकि, इस मामले में एक एफआईआर दर्ज हुई है। हालांकि, लड़की कथिततौर पर बुधवार को एक अदालत में पेश हुई और दावा किया कि वह 18 वर्ष से अधिक उम्र की थी। कोर्ट में उसके बयान के बाद उसे कशमोर से घोटकी में स्थानांतरित कर दिया गया क्योंकि उसने कथित तौर पर आरोप लगाया था कि उसने अपने माता-पिता की इच्छा के खिलाफ शादी की थी। उसने कोर्ट से सुरक्षा भी मांगी है।
उसके दावे के बावजूद पुलिस ने सिंध बाल विवाह निरोधक कानून के तहत एक मामला दर्ज किया है, जिसमें वयस्क और नाबालिग के बीच शादी करने पर तीन साल तक का कारावास का प्रावधान है। उसकी वास्तविक आयु निर्धारित करने के लिए एक चिकित्सीय जांच के आदेश दिए जाने की संभावना है।


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