गठिया की दवा अब कोरोना को देगी मात! WHO ने कोविड दवाओं की सूची में शामिल किया
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बीते दिन कहा कि उसने कोविड-19 के अस्पताल में भर्ती मरीजों में उपयोग के लिए गठिया के उपचार वाली टोसीलिज़ुमैब को पूर्व योग्यता दी है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बीते दिन कहा कि उसने कोविड-19 के अस्पताल में भर्ती मरीजों में उपयोग के लिए गठिया के उपचार वाली टोसीलिज़ुमैब को पूर्व योग्यता दी है. स्विस फर्मा दिग्गज रोश की बनाई गई मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कोविड-19 से पीड़ित लोगों में मृत्यु के जोखिम को घटाने में और अस्पताल में कम समय गुजारने में मदद करती है. डब्लूएचओ ने संयुक्त राज्य अमेरिका समेत यूरोपीय संघ की तरह पहले से अस्पतालों में गंभीर कोविड मरीजों के इलाज के लिए इसके इस्तेमाल की सिफारिश की है.
जानकारी के मुताबिक, ये कम मात्रा में होती है और काफी महंगी होती है. कम आय वाले देशों में इसकी एक खुराक $600 तक जाती है. डब्लूएचओ ने कहा कि इसकी पूर्व योग्यता इसे और उपलब्ध कराने में मदद कर सकती है. टोसीलिज़ुमैब को पहले अधिकतर 120 देशों में गठिया के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता था. वहीं, महामारी के वक्त ये एक खतरनाक साइटोकाइन स्टॉर्म को दबाने में मददगार साबित होते दिखी है.
कीमत पर की गई थी चर्चा
डब्लूएचओ ने टोसीलिज़ुमैब पर रोश से चर्चा कर इसकी कीमतों को कम कैसे और कम आय वाले देशों तक पहुंचाने पर चर्चा की थी. वहीं, अब एएफपी ने जोर दिया कि प्रीक्वालिफिकेशन रोश उत्पादों के लिए थी. कई जेनेरिक कंपनियां पहले से ही टोसीलिज़ुमैब का उत्पादन कर रही है और इनमें से कईयों नें प्रीक्वालिफिकेशन के लिए आवेदन किया था. वहीं, अगर ये डब्लूएचओ के मानक का पालन करते हैं तो वो अंतरराष्ट्रीय बाजारों में प्रवेश कर पाएंगे.