आर्मी चीफ बाजवा ने लिखी इमरान खान को सत्ता से बाहर भेजने की स्क्रिप्ट? इमरान खान कर रहे ये काम

Update: 2022-04-01 08:34 GMT

Pakistan Political Crisis: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए एक और दांव चला है. जब अपनों से की गई सौदेबाजी काम नहीं आई तो इमरान अब पर्दे के पीछे से विपक्ष के साथ सौदेबाजी करने की कोशिश कर रहे हैं. पाकिस्तान की मीडिया के मुताबिक, इमरान खान के एक 'महत्वपूर्ण व्यक्ति' ने विपक्षी नेता शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री का मैसेज पहुंचाया है. ये मैसेज है असेंबली भंग कर नए सिरे से चुनाव कराने का.

पाकिस्तान की मीडिया Geo News ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि इमरान खान के 'महत्वपूर्ण व्यक्ति' ने विपक्षी नेता शहबाज शरीफ से कहा है कि अगर विपक्ष प्रधानमंत्री के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को वापस ले लेता है तो संसद को भंग कर दिया जाएगा और दोबारा चुनाव कराए जाएंगे.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) और संयुक्त विपक्ष के बीच अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पर्दे के पीछे बातचीत चल रही है. ये बातचीत एक ही प्वॉइंट पर चल रही है. अगर संयुक्त विपक्ष इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को वापस लेता है तो उसके बदले में संसद को भंग कर दिया जाएगा और नए चुनाव कराए जाएंगे.
इमरान के उस 'महत्वपूर्ण व्यक्ति' ने ये भी बताया है कि अगर ये सौदेबाजी हो जाती है तो इसी साल अगस्त में चुनाव कराए जा सकते हैं.
इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर 3 अप्रैल को वोटिंग होगी. पाकिस्तान की संसद नेशनल असेंबली में 342 सदस्य हैं और इमरान सरकार गिराने के लिए विपक्ष को 172 वोटों की जरूरत है.
सौदेबाजी में विपक्ष की राय बंटी!
- इमरान के साथ इस डील पर संयुक्त विपक्ष की राय बंट गई है. एक कह रहा है कि इमरान को इस्तीफा देना चाहिए तो दूसरी पार्टी चुनाव कराने की हिमाकत कर रही है.
- पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो का कहना है कि इमरान खान बहुमत खो चुके हैं और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि विपक्ष को इमरान खान को 'सुरक्षित रास्ता' नहीं देना चाहिए.
- पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के महासचिव अहसान इकबाल ने न्यूज एजेंसी से कहा, 'संसद का कार्यकाल खत्म होने तक हम इमरान खान का कचरा ढोना नहीं चाहते. अगर संयुक्त विपक्ष बिना चुनाव के एक साल से ज्यादा समय तक सत्ता में रहता है तो वो भी इमरान की तरह पॉपुलैरिटी खो देगा.' इकबाल का कहना है कि सिर्फ नए सिरे से चुनाव ही पाकिस्तान को इस राजनीतिक संकट से बाहर निकाल सकते हैं.
फिर इमरान क्या करेंगे?
- Geo News ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि ज्यादातर विपक्षी पार्टियां इमरान के साथ इस डील को करने को राजी नहीं है. विपक्षी पार्टियों का कहना है कि उनके पास नंबर हैं और उन्हें अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग करानी चाहिए.
- सूत्रों ने ये भी बताया कि इमरान ने साफ कर दिया है कि अगर विपक्ष उनके इस सुझाव को नहीं मानता है तो वो फिर किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं. गुरुवार रात को राष्ट्र के नाम संबोधन में भी इमरान ने साफ कर दिया कि वो इस्तीफा नहीं देंगे और आखिरी गेंद तक लड़ाई करेंगे.
नेशनल असेंबली का क्या है गणित?
- इमरान के पक्ष मेंः PTI के 155, PMLQ के 4, GDA के 3, BAP और AML के 1-1 सांसद हैं. कुल मिलाकर इमरान के पक्ष में अभी 164 वोट हो रहे हैं.
- इमरान के विरोध मेंः PML-N के 84, PPP के 56, MQM-P के 7, MMA के 14 सांसद हैं. PMLQ का एक सदस्य भी विपक्ष के साथ है. इसी तरह BAP के 4 सदस्य विपक्ष के साथ हैं. इनके अलावा BNPM 4, ANP, JI और JWP के 1-1 और 4 निर्दलीय सांसद भी हैं. कुल मिलाकर विपक्ष के पास 177 वोट हैं.
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