श्रीलंका में सरकार विरोधी प्रदर्शन फिर शुरू हुए, पांच गिरफ्तार, अमेरिकी ग्रीन कार्ड लेने की कोशिश में गोटाबाया राजपक्षे
भीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका में फिर से सरकार विरोधी प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका में फिर से सरकार विरोधी प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। पुलिस को प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े। पुलिस ने कोलंबो में प्रदर्शन कर रहे इंटर यूनिवर्सिटी स्टूडेंट फेडरेशन नामक संगठन के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। ये प्रदर्शन देश में आपातकाल की अवधि समाप्त होने के तुरंत बाद शुरू हुए हैं। यहां अब भी ईंधन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी देखी जा रही है।
राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने अपने पूर्ववर्ती गोटाबाया राजपक्षे के देश से बाहर चले जाने के बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आपातकाल की घोषणा की थी। आपातकाल की अवधि बुधवार आधी रात को समाप्त हो गई। विक्रमसिंघे ने कहा कि वह आपातकाल को आगे नहीं बढ़ाएंगे। देश में स्थिति स्थिर हो रही है।
बेलआउट पैकेज के लिए आइएमएफ से बातचीत
श्रीलंका बेलआउट पैकेज के लिए आइएमएफ से बातचीत कर रहा है। यहां के सेंट्रल बैंक ने गुरुवार को बताया कि इस दिशा में अच्छी प्रगति हुई है। उसने संकेत दिया है कि समझौते के लिए वाशिंगटन से आइएमएफ की टीम इस महीने के अंत तक पहुंच सकती है। न्यूज पोर्टल न्यूजफर्स्ट डाट काम ने सेंट्रल बैंक के गवर्नर नंदलाल वीरासिंघे के हवाले से बताया कि एक बार ऋण संकट से उबर जाने के बाद द्विपक्षीय व व्यापारिक संबंधों को मजबूत किया जाएगा।
इस बीच, रायटर्स से बातचीत में श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि वह अगले महीने जापान के दौरे पर जाएंगे और पीएम फुमिओ किशिदा से भारत, चीन सहित मुख्य ऋणदाता देशों से द्विपक्षीय ऋण पुनर्निधारण के लिए बातचीत के लिए आमंत्रित करने को कहेंगे।
गोटाबाया को 'ग्रीन कार्ड' मिलने का इंतजार
श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे अमेरिका लौटने के लिए ग्रीन कार्ड मिलने का इंतजार कर रहे हैं। श्रीलंकाई अखबार डेली मिरर ने उच्च पदस्थ सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि अमेरिका में राजपक्षे के वकीलों ने ग्रीन कार्ड हासिल करने के लिए विगत माह ही प्रकिया शुरू कर दी थी। अपनी पत्नी के अमेरिकी नागरिक होने के कारण पूर्व राष्ट्रपति यह आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने 2019 में राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए अपनी अमेरिकी नागरिकता छोड़ दी थी।