एक और रूसी मेजर जनरल ढेर, यूक्रेन ने किया दावा

Update: 2022-03-16 01:59 GMT

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज 21वां दिन है. वहीं यूक्रेन द्वारा रूसी सेना के मेजर जनरल को मारने की खबर सामने आ रही है. यूक्रेनी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ​मेजर जनरल ओलेग मित्येव 150वीं मोटराइज्ड राइफल डिवीजन के कमांडर थे. युद्ध के 21 दिनों में चौथे बड़े रूसी अफसर की मौत हुई है. इससे पहले रूसी सेना के मेजर जनरल विताली गेरासिमोव, रूस के मेजर जनरल एंड्री सुखोवेत्स्की और रूसी फोर्स हेडक्वार्टर के डिप्टी चीफ मेजर Andriy Burlakov को Kherson में मार गिराया गया है. एंड्रीय रिजिमेंट चीफ ऑफ स्टाफ भी थे. उन पर युद्ध के दौरान कई अहम जिम्मेदारियां थीं, जिसमें तोपों के लिए सैनिकों का परीक्षण शामिल था.

'30 साल पीछे हो जाएगी रूस की अर्थव्यवस्था'

यूक्रेन पर व्लादिमीर पुतिन का हमले का फैसला रूस की अर्थव्यवस्था को कम से कम 30 साल पीछे कर देगी. अर्थशास्त्रियों, निवेशकों के अनुसार कम से कम अगले पांच वर्षों के लिए रूस में जीवन स्तर घट जाएगा.

रूस के 12 हजार जवानों को मारने का दावा

युद्ध में यूक्रेनी सेना लगातार दावे कर रही है कि उसने रूस को काफी नुकसान पहुंचाया है. कहा गया है कि अबतक रूस के 12 हजार से ज्यादा जवानों को मार गिराया गया है. वहीं 57 प्लेन, 353 टैंक, 83 हेलिकॉप्टर भी नष्ट करने का दावा है. इसके अलावा 125 तोप, 1165 सैन्य वाहनों को भी क्षतिग्रस्त करने की बात कही गई है.

रूसी समाचार एजेंसियों ने रविवार को रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव के हवाले से कहा था कि रूसी सैनिकों ने अब तक 3,687 यूक्रेनी सेना के इंफ्रास्ट्रक्चर को नष्ट कर दिया है. वहीं पिछले दिनों यूक्रेनी सेना के ट्रेनिंग सेंटर पर हमला कर 180 से ज्यादा विदेशी लड़ाका मारने का भी दावा किया था.

रूस के पास 14 दिन का गोला-बारूद बचा

ब्रिटिश इंटेलिजेंस एजेंसीज़ ने दावा किया है कि रूस के पास अब सिर्फ 14 दिन का गोला-बारूद बचा है. ऐसे में अगर ये युद्ध जितना ज्यादा लंबा खिंचेगा, रूस की सेना के लिए कीव पर कब्जा करना उतना मुश्किल होता चला जाएगा.

रूस ने न्यूक्लियर फोर्स को अलर्ट पर रखा

यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस चिंता जाहिर कर चुके हैं कि रूस ने अपने न्यूक्लियर फोर्स को अलर्ट पर रखा है. साथ ही यूरोपियन काउंसिल के प्रेसिडेंट चार्ल्स मिशेल ने भी आशंका जाहिर की है कि अगर NATO इस युद्ध में शामिल हुआ तो न्यूक्लियर वर्ल्ड वॉर होगा.

कीव में भी हालात चिंताजनक, लगा सख्त कर्फ्यू

रूसी हमलों से यूक्रेन में हालात बिगड़ते जा रहे हैं. कीव के मेयर ने वहां पर कर्फ्यू का ऐलान कर दिया है. ये कर्फ्यू आज शाम आठ बजे से 17 मार्च को सुबह सात बजे तक लागू रहने वाला है. कहा गया है कि अगर कोई घर से बाहर निकलता भी है तो उसे सिर्फ बॉम्ब शेल्टर तक जाने की इजाजत रहने वाली है.

युद्ध के पीछे जिम्मेदार कौन, रूस में हुआ था सर्वे

आक्रमण शुरू होने से कुछ समय पहले रूसी अनुसंधान कंपनी लेवाडा सेंटर ने एक सर्वे करवाया था, जिसमें 60 प्रतिशत लोगों ने कहा था कि पूर्वी यूक्रेन में संघर्ष शुरू करवाने के पीछे अमेरिका और नाटो जिम्मेदार हैं. वहीं 14 प्रतिशत ने माना था कि यूक्रेन ने संघर्ष शुरू किया जबकि 3 प्रतिशत ने कहा था कि रूस जिम्मेदार था.


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