ताइवान पर चीन को खुली चुनौती देने वालीं नैंसी पेलोसी के घर पर हमला
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी सैन फ्रांसिस्को स्थित घर में घुसकर शुक्रवार तड़के एक शख्स ने हमला कर दिया. बताया जा रहा है कि हमलावर के नैंसी के पति पॉल पेलोसी के साथ मारपीट की और उन पर हथौड़े से हमला किया. हमलावर को हिरासत में ले लिया गया है और इस हमले के मकसद की जांच की जा रही है.
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी सैन फ्रांसिस्को स्थित घर में घुसकर शुक्रवार तड़के एक शख्स ने हमला कर दिया. बताया जा रहा है कि हमलावर के नैंसी के पति पॉल पेलोसी के साथ मारपीट की और उन पर हथौड़े से हमला किया. हमलावर को हिरासत में ले लिया गया है और इस हमले के मकसद की जांच की जा रही है.
एक प्रवक्ता ने कहा कि 82 वर्षीय पॉल पेलोसी को अस्पताल ले जाया गया और उनके पूरी तरह ठीक होने की उम्मीद है. पेलोसी के प्रवक्ता ड्रीव हैमिल ने एक बयान में कहा कि स्पीकर और उनका परिवार घटना के बाद उनकी मदद करने वालों और मेडिकल कर्मियों के अभारी हैं. उन्होंने निजता का सम्मान किए जाने अनुरोध किया.
कैपिटल पुलिस ने कही ये बात
संसद सदस्यों की सुरक्षा की जिम्मेदार संभाल रही कैपिटल पुलिस ने कहा कि नैंसी अपने पति पर हुए हमले के वक्त वाशिंगटन में थीं. नैंसी यूरोप में एक सुरक्षा सम्मेलन के इसी हफ्ते वाशिंगटन लौटी हैं. कैपिटल पुलिस ने कहा कि एफबीआई और सैन फ्रांसिस्को पुलिस भी जांच कर रही है. हमलावर सैन फ्रांसिस्को पुलिस की हिरासत में है.
हमले से खड़े हुए बड़े सवाल
हमले ने अमेरिकी संसद सदस्यों और उनके परिवार की सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त सवाल पैदा किये हैं. दरअसल, अमेरिकी संसद पर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समर्थकों के धावा बोलने के दो वर्षों बाद यह खतरा अपने चरम पर है. यह भी जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है कि इस हमले में कोई और भी शामिल था कि हमलावर अकेला ही था.
चीन की धमकी के बावजूद किया ताइवान दौरा
बता दें पिछले महीने ही नैन्सी पेलोसी ने ताइवान के विवादित दौरे के कारण चीन और अमेरिका के बीच तनाव शिखर पर पहुंच गया था. चीन की चेतावनी के बावजूद नैंसी ने ताइवान का दौरान किया था. नैंसी की गणना देश के सबसे ताकतवर नेतों में की जाती है.
वहीं पॉल एक धनी निवेशक हैं. नैंसी और पॉल की पांच संतान हैं. इस साल मई में, कैलिफोर्निया के नापा काउंटी में हुई एक कार दुर्घटना के मामले में उन्होंने शराब के नशे में लापरवाही से वाहन चलाने का अपना अपराध स्वीकार किया था और उन्हें पांच दिनों की कैद की सजा सुनाई गई थी. साथ ही, अदालत ने उन्हें तीन वर्षों तक नियमित रूप से एक अधिकारी के समक्ष उपस्थित होने का आदेश दिया था.