PM Modi के US दौरे के बीच कोरोना वैक्सीन को लेकर Biden का बड़ा बयान आया सामने, जानें क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे के बीच यूएस प्रेसिडेंट का कोरोना वैक्सीन को लेकर एक बड़ा बयान आया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के अमेरिकी दौरे के बीच यूएस प्रेसिडेंट का कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को लेकर एक बड़ा बयान आया है. जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा है कि 2022 यानी अगले साल तक भारत (India) में कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक अरब डोज का उत्पादन किया जाएगा. बता दें कि टीकों की कमी को लेकर कई बार शिकायतें मिल चुकी हैं. ऐसे में अमेरिका से आई ये खबर निश्चित तौर पर राहत देने वाली है. यदि टीकों का उत्पादन बढ़ता है, तो वैक्सीनेशन की रफ्तार में भी तेजी आएगी.
Quad Partnership का दिया हवाला
हमारी सहयोगी वेबसाइट WION में छपी खबर के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, भारत, जापान की क्वाड पार्टनरशिप 2022 तक भारत में कोविड-19 रोधी टीके की कम से कम एक अरब खुराक का उत्पादन करने की राह पर है. वर्चुअल समिट में बोलते हुए बाइडेन ने कहा कि कोरोना महामारी को हराने के लिए एक साथ काम करने से ज्यादा जरूरी कुछ नहीं है. हम क्वाड पार्टनरशिप के तहत वैक्सीन के ज्यादा से ज्यादा उत्पादन पर जोर दे रहे हैं.
क्षमता बढ़ाने पर दिया जा रहा जोर
यूएस प्रेसिडेंट ने कहा कि हम साझेदार देशों, दवा कंपनियों और अन्य निर्माताओं के साथ काम कर रहे हैं ताकि वे अपने देशों में सुरक्षित और अत्यधिक प्रभावी टीकों का उत्पादन और निर्माण करने की अपनी क्षमता बढ़ा सकें. उन्होंने आगे कहा, 'उदाहरण के लिए, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ हमारी क्वाड साझेदारी 2022 के अंत तक वैश्विक आपूर्ति को बढ़ावा देने के लिए भारत में वैक्सीन की कम से कम 1 अरब डोज का उत्पादन करने की राह पर है'.
South Africa को भी मिलेंगी Vaccine
जो बाइडेन बताया कि अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका में मैन्युफैक्चरिंग को मजबूत करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान कर रहा है और अगले साल अफ्रीका के लिए अफ्रीका में जेएंडजे (Johnson & Johnson) की 50 करोड़ से अधिक खुराक का उत्पादन करने में मदद की जाएगी. राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका निम्न और मध्यम आय वाले देशों को दान करने के लिए फाइजर की और वैक्सीन खरीद रहा है. हम कोरोना से लड़ाई में वैक्सीन की अहमियत को समझते हैं और दुनिया की मदद की अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं.