अमेरिका का सबसे डरावना घर, जहा एक ही परिवार के 5 लोगों की जिंदगी बन गई थी नरक

Update: 2022-11-06 02:07 GMT

 आपने फिल्मों में भूत-प्रेत कई बार देखे होंगे. जिस तरह के भूत फिल्मों में दिखाई दिखाए जाते हैं, असल जिंदगी में भी वे वैसे होते हैं या नहीं, ये तो बहस का विषय है. कुछ लोगों के अनुसार भूत-प्रेत होते हैं, जबकि कुछ लोग ऐसी कोई चीज न होने की बात कहते हैं. वह इसे वहम बताते हैं. पर दुनिया में अलग-अललग देशों में कई मामले ऐसे आ चुके हैं, जो कहीं न कहीं भूत प्रेत की मौजूदगी को सच साबित करते हैं. ऐसा ही एक मामला अमेरिका का है. यहां एक महिला के साथ भूत-प्रेत ने जो किया, वह देखकर आपके भी होश उड़ जाएंगे.

घर में भूत की बात जानते ही उड़े होश

रिपोर्ट के मुताबिक, यह नवंबर 2011 का समय था. अमेरिका में लटोया एमन्स (Latoya Ammons) नाम की महिला अपने तीन बच्चों और मां रोजा कैंपबेल (Rosa Campbell) के साथ इंडियाना राज्य के गैरी में कैरोलिना स्ट्रीट स्थित किराए के एक घर में रहने के लिए आई. वैसे तो लटोया को यह घर पसंद नहीं था, लेकिन खराब आर्थिक स्थिति की वजह से वह मजबूरी में रहने लगीं. पर इस परिवार के आते ही घर में भूत-प्रेत की घटनाएं सामने आने लगीं. इससे लटोया का पूरा परिवार परेशान हो गया.

बेसमेंट की सीढियों के पास आती थी चलने की आवाज

दिसंबर 2011 में लटोया के परिवार के साथ इस घर में पहली असाधारण घटना घटी. तब उनके घर में एक साथ लाखों काली मक्खी ने हमला कर दिया. हैरानी की बात ये थी कि दिसंबर की कड़कड़ाती ठंड में इन मक्खियों का मिलना असंभव होता है. 'इंडिपेंडेंट' की एक खबर के मुताबिक, लटोया ने अपने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्हें कई बार अपने घर के बेसमेंट की सीढ़ियों के पास किसी के कदमों की आवाज सुनाई देती थी. इन आवाजों से तंग आकर उन्होंने बेसमेंट तक जाने वाले रास्ते को ही बंद कर दिया था. लेकिन फिर भी उन कदमों की आवाज का आना बंद नहीं हुआ. 10 मार्च 2012 को एक बार लटोया की मां को किसी अंजान शख्स का धुंधला साया नजर आया. जब उन्होंने इस साये का पीछा करने की कोशिश की तो वहां उन्हें जूतों के निशान के अलावा कुछ भी नहीं मिला.

आत्मा की वजह से हवा में झूलती मिली बच्ची

किसी अनजान के जूतों के निशान देखने के बाद लटोया के परिवार को भरोसा हो गया कि इस घर में कोई शैतान आत्मा का निवास है. इस उधेड़बुन में लटोया रात को अपने कमरे में लेटी हुईं थीं, तभी उनकी बेटी के कमरे से रोने की आवाज आई. लटोया अपनी मां के साथ उस कमरे में गई. अदर जो कुछ दिखा उससे उनके होश उड़ गए. लटोया की 12 साल की बेटी बेहोशी की हालत में हवा में लटकी हुई थी. कुछ देर बाद उसे होश आया और वह हवा से नीचे आई. लेकिन होश में आने के बाद उसने बताया कि उसके साथ क्या हुआ उसे कुछ याद नहीं. अगले दिन लटोया घर के पास स्थित चर्च के पादरी से मिलीं और मदद मांगी, लेकिन वह तैयार नहीं हुआ. हालांकि, पादरी ने यह जरूर कहा कि जिस घर में रहते हो, उसमें 200 प्रेत आत्माओं का साया है. पादरी ने उन्हें जल्द से जल्द घर खाली करने की सलाह दी.

तीन छोटे बच्चों में घुस गई प्रेत आत्माएं

लटोया भी घर छोड़ना चाहती थीं, लेकिन खराब आर्थिक स्थिति की वजह से इस घर में रहना उनकी मजबूरी थी. पादरी से मिलने के कुछ ही दिन बाद लटोया के तीन बच्चों 7, 9 और 12 साल, के शरीर में वे प्रेत आत्माएं घुस गईं. बच्चों की आवाज भारी हो चुकी थी. परिवार डर की वजह से कई रात होटल में जाकर गुजारता. दुष्ट आत्माओं के प्रभाव की वजह से बच्चों को अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ता था.

अस्पताल के कमरे की छत पर उलटा चलता मिला बच्चा

रिपोर्ट के मुताबिक, लटोया के 9 साल के बेटे की तबीयत जब ज्यादा खराब हो गई तो उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. पर अस्पताल में भी बुरी आत्मा ने पीछा नहीं छोड़ा. एक दिन उनका 9 साल का बच्चा छत पर उल्टा चलने लगा. इसे देखकर अस्पताल कर्मचारी भी डर गए. तब पुलिस को भी सूचना दी गई.

समस्या बढ़ी तो सबने की मदद

अस्पताल में हुई इस घटना के बाद पुलिस, अस्पताल और चर्च ने लटोया के परिवार की मदद करने का फैसला किया. चर्च के पादरी माइकल मैगिनोट ने लटोया के घर जाकर झाड़-फूंक किया. इसके संपन्न होने के बाद उस पादरी की तबीयत खराब होने लगी. पादरी का कहना था कि उस घर में झाड़-फूंक करने के कारण ही उसकी तबीयत खराब हुई है. धीरे-धीरे उस पादरी ने लटोया के परिवार को प्रेत आत्माओं से मुक्ति दिला दी. सरकार की मदद से लटोया को दूसरा घर मिल गया. अब घर में भूत की खबर दूर-दूर तक फैल चुकी थी. लोग इस घर के आसपास आने से डरने लगे. इसके बाद सरकार ने घर को गिरा दिया.


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