अमेरिका ने बताया- अफगानिस्तान में शांति कायम करने और युद्ध खत्म का कारगर तरीका
अमेरिका (America) के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के प्रशासन का मानना है कि
अमेरिका (America) के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के प्रशासन का मानना है कि अफगानिस्तान (Afghanistan) में स्थायी शांति (Peace) केवल राजनीतिक समाधान के जरिए ही संभव है. व्हाइट हाउस (White House) ने अफगानिस्तान की सरकार और तालिबान (Taliban) के बीच चल रही शांति वार्ता (Peace Process) की पृष्ठभूमि पर यह बात कही. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने संवाददाताओं से शुक्रवार को कहा, मैं कहना चाहूंगी कि अफगान नेताओं, अफगानिस्तान सरकार के सदस्यों और तालिबान के बीच राजनीतिक बातचीत और अन्य बातचीत चल रही है, जिसका हम यकीनन समर्थन करते हैं.
जेन साकी ने कहा, हमारा मानना है कि अफगानिस्तान में स्थायी शांति केवल राजनीतिक समाधान के जरिए ही संभव है, लेकिन हम मानवीय सहायता, सुरक्षा सहायता और प्रशिक्षण के जरिए सरकार को समर्थन देना जारी रखेंगे. हम उन्हें अपने लोगों की रक्षा और सुरक्षा में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित करना भी जारी रखेंगे. एमएसएनबीसी को दिए एक साक्षात्कार में विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) ने कहा कि अमेरिका इस बात के लिए दृढ़ है कि अफगानिस्तान अमेरिका और उसके सहयोगियों के खिलाफ आतंकवादियों के लिए प्रशिक्षण का मैदान नहीं बनने पाए.
अमेरिका पर हमला करने वालों को पकड़ने गए थे अफगानिस्तान
विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा, यही कारण है कि हम वहां गए थे और यही बात याद रखने की जरूरत है. हम पर 9/11 को हमला किया गया, हम हमपर हमला करने वालों को तलाशने और उन्हें न्याय के दायरे में लाने के लिए अफगानिस्तान गए. ओसामा बिन लादेन (Osama Bin Laden) के खिलाफ दस वर्ष पहले कार्रवाई की गई और उन हमलों के लिए जिम्मेदार आतंकवादी संगठन अलकायदा को नेस्तनाबूद किया गया.
ब्लिंकन ने कहा, हम यह सुनिश्चित करने जा रहे हैं कि हम उस पर अपनी नजर रख सकें. अगर हम दोबारा खतरा पैदा होते देखते हैं,तो हम उसके खिलाफ कार्रवाई करने की स्थिति में होंगे. हम इसी लिए वहां थे और हमने वहां इस अभियान में 20 वर्ष, खरबों डॉलर लगा दिए और हजारों अमेरिकियों ने अपनी जानें गवाईं हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका को तालिबान की गतिविधियों को ले कर चिंता है.
तालिबान ने शांति को लेकर कही ये बात
गौतरतलब है कि अफगानिस्तान में तेजी से तालिबान अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है. वहीं, तालिबान ने कहा कि वह सत्ता पर एकाधिकार नहीं चाहता. लेकिन अफगानिस्तान में तब तक शांति नहीं हो सकती जब तक राष्ट्रपति अशरफ गनी सत्ता से नहीं हट जाते और देश में बातबीच के जरिए नई सरकार नहीं बन जाती. तालिबान के प्रवक्ता सुहेल शाहीन ने कहा कि तालिबान उस वक्त हथियार डाल देगा जब गनी की सरकार चली जाएगी और ऐसी सरकार सत्ता संभालेगी जो संघर्ष में शामिल सभी पक्षों को मंजूर हो.