अमेरिका: अफगान से निकासी के वक्त तालिबान को नहीं दी गई थी कोई धनराशि
विभिन्न देशों ने वहां मौजूद अपने नागरिकों के अलावा विदेशी नागरिकों को सुरक्षित निकालने में मदद की।
अफगानिस्तान से निकासी के वक्त अमेरिका की ओर से तालिबान को किसी तरह का भुगतान नहीं किया गया था। यह बात चीफ्स आफ स्टाफ के अमेरिकी अध्यक्ष जनरल मार्क मिले (Mark Milley) और रक्षा मंत्री लायड आस्टिन (Defense Secretary Lloyd Austin) ने कही है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर इनकार करते हुए कहा कि पिछले माह काबुल से निकासी के दौरान तालिबान को अमेरिका की ओर से धन का भुगतान नहीं किया गया था। बुधवार को सीनेट के दौरान शीर्ष पेंटागन अधिकारियों ने बताया कि पिछले माह निकासी के दौरान तालिबान को धन भुगतान के किसी मामले से वे अवगत नहीं थे।
आस्टिन ने अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी मामले में सुनवाई कर रही यूएस सीनेट आर्म्ड सर्विसेज कमिटी से कहा, 'मेरी जानकारी में ऐसा नहीं हुआ।' मिले से भी यही सवाल पूछा गया जिसके जवाब में उन्होंने कहा, 'तालिबान को अमेरिकी सरकार की ओर से किसी रूप में धन दिए जाने की जानकारी मुझे नहीं है।'
आस्टिन ने बताया कि अमेरिका ने 70,000-80,000 लोगों के निकासी की योजना बनाई थी। उन्होंने कहा, 'हमने 124,000 से अधिक लोगों को काबुल से सुरक्षित निकाला। एक भी सैन्य एयरक्राफ्ट इंधन, मेंटेनेंस या किसी अन्य कारण से नहीं छूटा। अमेरिकी इतिहास में अब तक का यह सबसे बड़ा एयरलिफ्ट था जो 17 दिनों की अवधि में पूरा हुआ।' 15 अगस्त को समूचे अफगानिस्तान पर तालिबान के काबिज होते ही वहां से निकासी अभियान शुरू हो गया। विभिन्न देशों ने वहां मौजूद अपने नागरिकों के अलावा विदेशी नागरिकों को सुरक्षित निकालने में मदद की।