उत्तर कोरिया पर प्रतिबंधों को लेकर चीन और रूस से अमेरिका की जमकर हुई तीखी नोकझोंक
उत्तर कोरिया के मिसाइल व एटमी कार्यक्रमों को लेकर उस पर संयुक्त राष्ट्र के नए प्रतिबंध लगाने के लिए जोर देने पर चीन व रूस के कड़े विरोध के चलते अमेरिका की उनसे तीखी नोकझोंक हुई।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तर कोरिया के मिसाइल व एटमी कार्यक्रमों को लेकर उस पर संयुक्त राष्ट्र के नए प्रतिबंध लगाने के लिए जोर देने पर चीन व रूस के कड़े विरोध के चलते अमेरिका की उनसे तीखी नोकझोंक हुई। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में चर्चा के दौरान दोनों पक्षों में काफी मतभेद देखने को मिले।
इन मतभेदों के चलते बाइडन प्रशासन के लिए नए प्रतिबंधों के प्रस्ताव को परिषद में पारित कराना लगभग असंभव हो गया। चीन और रूस दोनों के पास वीटो का अधिकार है और उन्होंने कहा कि वे उत्तर कोरिया पर नई वार्ता चाहते हैं, उसे सजा देना नहीं चाहते हैं। अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा कि सुरक्षा परिषद उत्तर कोरिया के एक और उकसावे वाला, गैरकानूनी व खतरनाक एटमी परीक्षण जैसा कृत्य करने तक का इंतजार नहीं कर सकती है।
इस महीने के लिए सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष ग्रीनफील्ड ने चीन और रूस का प्रत्यक्ष संदर्भ देते हुए कहा कि पिछले चार वर्षों में इन्होंने प्रतिबंध लगाने की हर कोशिश बाधित की है। वहीं, चीनी राजदूत झांग जुन ने इस पर खेद जताते हुए कहा, अमेरिका प्रतिबंधों की जादुई शक्ति के प्रति अंधविश्वासी बना हुआ है।
उत्तर कोरिया ने पूर्वी तट से फिर दागी मिसाइल
संयुक्त राष्ट्र में उत्तर कोरिया पर प्रतिबंधों को लेकर अमेरिका का चीन और रूस से टकराव के ठीक बाद उ. कोरिया ने अपने पूर्वी तट से समुद्र में बैलेस्टिक मिसाइल दाग दी। यह दावा करते हुए दक्षिण कोरिया और जापान की सेनाओं ने कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप में उत्तर कोरिया लगातार हथियार कार्यक्रम आगे बढ़ा रहा है। सेनाओं ने इसे इस साल उत्तर कोरिया द्वारा किया गया 16वां ज्ञात हथियार परीक्षण बताया।
उ. कोरिया में पहला संक्रमण, किम ने पूरे देश में लगाया लॉकडाउन
उत्तर कोरिया में संक्रमण के पहले मामले की पुष्टि होने के बाद देश के नेता किम जोंग-उन ने शहरों और काउंटी में पूर्ण लॉकडाउन लगाने का आदेश दिया है। किम जोंग ने इसे सबसे गंभीर आपातकाल की श्रेणी में रखते हुए लॉकडाउन के आदेश जारी किए।
उत्तर कोरियाई समाचार एजेंसी केसीएनए ने बताया कि राजधानी प्योंगयांग में जांच के लिए रविवार को कुछ लोगों के नमूने लिए गए थे, जिनके कोरोना वायरस के 'ओमिक्रॉन' स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। संक्रमण का पहला मामला सामने आने के बाद किम जोंग ने सख्त रुख अपनाया। जानकारी के मुताबिक, 2.6 करोड़ की आबादी वाले देश में अधिकतर लोगों को कोविड-19 रोधी टीके नहीं लगे हैं। उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र समर्थित 'कोवाक्स' टीका वितरण कार्यक्रम से मदद लेने का प्रस्ताव ठुकरा दिया था। किम ने पहला मामला आने के बाद अफसरों से संक्रमण को जड़ से खत्म करने को कहा।