साल 2012 में चीन से भागे दिव्यांग शख्स को अमेरिका ने दी नागरिक्ता, प्रताड़ना के बाद छोड़ा था देश

अमेरिका कम्युनिस्ट पार्टी के खिलाफ चीनी लोगों के साथ खड़ा होगा।

Update: 2021-07-13 08:08 GMT

साल 2012 में चीन से भागे दिव्यांग शख्स को अमेरिका ने नागरिक्ता दी है। चेन गुआंगचेंग ने पिछले हफ्ते एसोसिएटेड प्रेस के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि वह बहुत आभारी हैं कि अमेरिका ने उनका हमारा स्वागत किया है। उन्होंने कहा, चीन में मानवाधिकार की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। चेन ने अपनी कानूनी टीम के सदस्यों के साथ 8 जुलाई को मैनचेस्टर, न्यू हैम्पशायर में जश्न मनाया। 21 जून को बाल्टीमोर में उन्हें अमेरिकी नागरिक बनाया गया।

बेलीज के पूर्व अमेरिकी राजदूत और चेन के वकीलों में से एक जॉर्ज ब्रूनो ने कहा कि चीन में नजरबंद होने से लेकर अमेरिकी नागरिक होने तक का यह लंबा सफर है। इसमें 15 साल लग गए। चीन की एक बच्चे की नीति के हिस्से के रूप में किए गए जबरन गर्भपात को उजागर करने के लिए स्थानीय सरकारी अधिकारियों ने वर्षों तक उनका उत्पीड़न किया। इसके अलावा चेन को लंबे समय तक अवैध हिरासत का सामना भी करना पड़ा था।
मनगढ़ंत आरोपों के कारण चार साल तक जेल की सजा काटने और नजरबंद रहने के बाद साल 2012 में चेन पूर्वी चीन के शेडोंग प्रांत में अपने घर पर पहरा दे रहे सुरक्षाकर्मियों को चकमा दे कर अमेरिकी राजनयिकों की सुरक्षा में चले गए थे। अमेरिका और चीन के बीच कई दिनों तक राजनयिक संघर्ष चला था।
पिछले साल, चेन ने रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन को संबोधित किया, जहां उन्होंने अन्य देशों से चीन की आक्रामकता को रोकने के लिए गठबंधन का नेतृत्व करने में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का समर्थन करने का आह्वान किया। अमेरिका की कैथोलिक यूनिवर्सिटी में विजिटिंग फेलो 49 वर्षीय चेन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अमेरिका कम्युनिस्ट पार्टी के खिलाफ चीनी लोगों के साथ खड़ा होगा।


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