अमेरिका आने वाले सभी यात्रियों को दिखानी होगी 'कोरोना निगेटिव' जांच रिपोर्ट
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अमेरिका ने भारत समेत अन्य देशों से यहां आने वाले सभी यात्रियों के लिए कोविड-19 की ‘निगेटिव’ जांच रिपोर्ट साथ लाना या संक्रमण से उबरने का सबूत लाना अनिवार्य बना दिया है.
जनता से रिश्त वेबडेस्क। कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron Variant) के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अमेरिका ने भारत समेत अन्य देशों से यहां आने वाले सभी यात्रियों के लिए कोविड-19 की 'निगेटिव' जांच रिपोर्ट (Covid-19 Negative Report) साथ लाना या संक्रमण से उबरने का सबूत लाना अनिवार्य बना दिया है. यह नया नियम 6 दिसंबर से प्रभाव में आएगा. स्वास्थ्य व मानव सेवा विभाग के तहत आने वाले रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने यह जानकारी दी है.
अधिकारियों ने शनिवार को सूचित किया, 'यह संशोधित आदेश, अमेरिका के लिए विमान में सवार होने जा रहे दो साल या अधिक आयु के लोगों के लिए कोविड-19 जांच को आवश्यक बनाता है.' किसी भी देश से अमेरिका के लिए रवाना होने वाले विमानों के लिए जारी इस नए संशोधित आदेश के मुताबिक यात्रियों को यात्रा से अधिकतम एक दिन पहले की 'निगेटिव' जांच रिपोर्ट दिखानी होगी (Travel Rules of US) और उन्हें यात्रा से 90 दिन पहले कोविड-19 से उबरने का प्रमाण दिखाना होगा.
न्यूयॉर्क में कुल आठ मामले सामने आए
अमेरिका के न्यूयॉर्क में शनिवार को ओमिक्रॉन वेरिएंट के तीन और मामले सामने आए हैं. इसी के साथ राज्य में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट से संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है. इसके अलावा अमेरिका में उन राज्यों की संख्या बढ़ गई है, जहां ओमिक्रॉन वेरिएंट के पहले मामले सामने आए हैं (Omicron Variant Cases in US). न्यूयॉर्क स्वास्थ्य आयुक्त मैरी बैसेट ने एक समाचार विज्ञप्ति में कहा, 'ओमिक्रॉन संक्रमण यहां फैल गया है और जैसी कि आशंका थी, हम समुदाय में इसका संक्रमण फैलता देख रहे हैं.'
तेजी से अमेरिका में फैल रहा ओमिक्रॉन
अमेरिका के मैसाच्युसेट्स और वॉशिंगटन में शनिवार को पहली बार ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले पाए गए. इससे एक दिन पहले न्यू जर्सी, जॉर्जिया, पेंसिल्वेनिया और मैरीलैंड में शुक्रवार को पहली बार कोविड-19 के इस वेरिएंट से संक्रमण के मामले सामने आए थे. इससे पता चलता है कि यह कितनी तेजी से फैलता है. इस नए वेरिएंट का सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पता चला था. जिसके बाद ये धीरे-धीरे दुनिया के कई देशों में फैलता चला गया. हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि इससे किसी मौत की सूचना अभी तक नहीं मिला है. लेकिन इस वेरिएंट मामले करीब 38 देशों में सामने आए हैं. (