आखिर क्यों MI5 ने सीज किया Boris Johnson का फोन
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का निजी मोबाइल नंबर 15 साल तक ऑनलाइन सर्कुलेट होता रहा है
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का निजी मोबाइल नंबर 15 साल तक ऑनलाइन सर्कुलेट होता रहा है. इस बात का खुलासा होने के बाद से राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही है.
यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का फोन एमआई5 ने सीज कर दिया है. इसके पीछे की वजह सिक्योरिटी रिस्क बताया जा रहा है. हाल ही में खुलासा हुआ था कि बोरिस जॉनसन का नंबर इंटरनेट पर पिछले 15 सालों से मौजूद था. इसे नंबर गेट प्रकरण भी कहा जाता है.
बोरिस जॉनसन ने नंबर के ऑनलाइन होने के खुलासे के बाद अपना फोन बदलने की मांग की थी. लेकिन एमआई5 ने फोन को सीज इसलिए किया है, ताकी उस फोन को हैकिंग से रोका जा सके. बता दें कि बोरिस जॉनसन के फोन में सिक्योरिटी प्रोटोकॉल तो है, लेकिन उसके का नंबर सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध होने से उनके फोन की डिटेल्स हैकर्स के हाथ लग सकती है.
एमआई 5 ने आशंका जताई है कि बोरिस जॉनसन के फोन को न सिर्फ अशांत देशों के बागी गुट, बल्कि सउदी अरब जैसे मित्र देशों में भी खतरा है. बताया जाता है कि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस सलमान ने अरबपति व्यवसायी और अमेजन के मालिक जेफ बेजोस की फोन वॉट्सऐप मैसेज के जरिये हैक करा दिया था.
गौरतलब है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का निजी मोबाइल नंबर 15 साल तक ऑनलाइन सर्कुलेट होता रहा है. इस बात का खुलासा होने के बाद से राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही है. पीएम जॉनसन के पास बीते 15 साल से एक ही मोबाइल नंबर है और यह साल 2006 में प्रेस रिलीज में प्रकाशित होने के बाद से उलपब्ध भी है. ये दावा ब्रिटेन की कई मीडिया रिपोर्ट्स में किया गया है.
इस घटना के बाद एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि एक वरिष्ठ अधिकारी मे प्रधानमंत्री को फोन नंबर बदलने की सलाह दी है. इस बात को भी 10 डाउनिंग स्ट्रीट ने खारिज कर दिया था. पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पीटर रिकेट्स ने चेतावनी दी है कि अगर फोन नंबर व्यापक रूप से उपलब्ध था, तो इसका इस्तेमाल दुश्मन देश और आपराधिक गिरोह कर सकते हैं.