अफगानिस्तान: बिगड़ रहे हालात को लेकर कतर में चर्चा, मीटिंग को भारत करेगा लीड
अफगानिस्तान का समृद्ध और सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित हो.
अफगानिस्तान (Afghanistan) में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. अलग-अलग जगहों से तालिबान (Taliban) के हिंसा की डराने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं. इस बीच अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति को लेकर कतर की राजधानी दोहा (Qatar Doha) में चर्चा की जाएगी. इस चर्चा में भारत भी शामिल होगा. भारत ही इस बैठक को लीड कर रहा है. इस बैठक में अफगानिस्तान में बढ़ती हिंसा को थामने और शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के तौर-तरीकों पर चर्चा की जाएगी.
न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, संघर्ष समाधान पर कतर के विशेष दूत मुतलाक बिन माजिद अल-कहतानी ने पिछले सप्ताह दिल्ली यात्रा के दौरान भारत को इस सम्मेलन में भाग लने का न्योता दिया था. कतर के विदेश मंत्री के आतंकवाद निरोधक और संघर्ष समाधान मध्यस्थता विषयक विशेष दूत अल-कहतानी ने अफगानिस्तान के नवीनतम घटनाक्रम पर चर्चा करने के लिए भारत की यात्रा की थी. उन्होंने इस यात्रा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला, विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान-अफगानिस्तान-ईरान संभाग के संयुक्त सचिव जे पी सिंह से मुलाकात की थी.
तुर्की और इंडोनेशिया भी हो सकते हैं शामिल
दोहा क्षेत्रीय सम्मेलन में भारत के अलावा तुर्की और इंडोनेशिया के भाग लेने की संभावना है. कतर की राजधानी दोहा अफगानिस्तान शांति वार्ता का स्थल रहा है. यह खाड़ी देश अफगान शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में अहम किरदार के रूप में उभरकर सामने आया है.
सुलह प्रक्रिया का समर्थन कर रहा है भारत
भारत अफगानिस्तान के घटनाक्रम पर संबंधित पक्षों और महत्वपूर्ण शक्तियों के साथ अपने प्रयास में जुटा है. भारत एक ऐसी राष्ट्रीय शांति व सुलह प्रक्रिया का समर्थन कर रहा है जिसकी अगुवाई करने वाले अफगानी हों, वह उन्हीं के स्वामित्व एवं नियंत्रण में हो.
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भारत अल्पसंख्यकों समेत अफगानिस्तान के राजनीतिक परिदृश्य के सभी वर्गों से देश के सभी लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए साथ मिलकर काम करने आह्वान कर रहा है, ताकि अफगानिस्तान का समृद्ध और सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित हो.