उत्तरी अमेरिका में बेहद दिलचस्प वाकया आया सामने! हॉकी टीम स्टाफ की दर्शक ने बचाई जान, मैच के दौरान की कैंसर की पहचान

उत्तरी अमेरिका में एक बेहद दिलचस्प वाकया सामने आया है।

Update: 2022-01-04 04:34 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तरी अमेरिका में एक बेहद दिलचस्प वाकया सामने आया है। दरअसल, यहां एक हॉकी फैन मैच देखने पहुंची लेकिन उसने अपनी सतर्कता से टीम के एक स्टाफ की जिंदगी बचा ली, वह भी कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से। अब आप सोच रहे होंगे कि यह कैसे संभव हो सकता है...चलिए हम बताते हैं।

तो हुआ कुछ यूं कि Vancouver Canucks नाम की कनाडा की एक प्रोफेकशनल आइस हॉकी टीम बीते साल 23 अक्टूबर को नेशनल हॉकी लीग (एनएचएल) में Seattle Kraken नाम की टीम से भिड़ रही थी। तभी दर्शक दीर्घा में बैठी नाडिया पोपोविची की नजर वैनकुवर कैनक्स टीम के स्टाफ ब्रायन हैमिल्टन की गर्दन पर मौजूद एक छोटे से तिल पर गई।
करीब 2 सेंटीमीटर बड़े इस तिल का आकार अजीब था और इसका रंग लाल-भूरे रंग का था। अगर कोई और होता तो शायद इसपर ध्यान भी नहीं देता लेकिन पोपोविची, एक भावी मेडिकल छात्रा हैं और वह अस्पतालों में खुद ही नर्सिंग असिस्टेंट के तौर पर काम करती हैं। उन्हें इस तरह की ट्रेनिंग दी गई है कि वह संभावित कैंसर संबंधी तिलों की पहचान कर सकें।
22 वर्षीय पोपोविची ने अपने पेरेंट्स से कहा कि उन्हें ब्रायन को यह बताना होगा। कुछ ही पलों में पोपोविची ने अपने फोन पर मेसेज टाइप किया, 'आपकी गर्दन के पिछले हिस्से पर तिल कैंसर वाला हो सकता है। कृपया डॉक्टर के पास जाएं!'
हालांकि, संयम बरतते हुए पोपोविची ने पहले मैच के खत्म होने का इंतजार किया। इसके पहले कई बार उन्होंने हैमिल्टन की तरफ हाथ भी दिखाया और आखिर में अपना फोन दर्शक दीर्घा के सामने लगे शीशे की ओर दिखाते हुए एक स्टाफ को पढ़ाया। इस मेसेज में 'तिल', 'कैंसर' और 'डॉक्टर' जैसे शब्दों को पोपोविची ने गहरे लाल रंग के अक्षरों में लिखा।
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, हैमिलटन ने जब यह मेसेज देखा तो उन्हें यह बेहद अजीब लगा। हालांकि, उन्होंने घर जाकर अपने पार्टनर से पूछा कि क्या सच में गर्दन के पीछे कोई तिल है। इसके बाद हैमिलटन ने डॉक्टर से जांच कराई और वाकई वह तिल जानलेवा निकला।
बीते शनिवार हैमिलटन ने अपनी इस युवा फैन को शुक्रिया अदा करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इस दौरान वह भावुक भी हो गए। उन्होंने कहा, 'उसने मुझे धीरे-धीरे मौत की तरफ जाने से बचा लिया। डॉक्टर के मुंह से यही शब्द निकले कि अगर मैंने चार से पांच साल इसे इग्नोर किया होता तो मैं जिंदा नहीं रहता।'
हैमिलटन के डॉक्टरों के मुताबिक, उनकी गर्दन पर जो तिल था वह एक टाइप-2 मेलेनोमा था, जो स्किन कैंसर का एक प्रकार है। इसे समय रहते हटा लिया जाए तो इसका इलाज संभव है लेकिन बिना इलाज छोड़े जाने पर यह घातक साबित हो सकता है।
हालांकि, हैमिलटन ने अब अपनी इस सच्ची प्रशंसक से मुलाकात की। इस बीच वैनकुवर कैनकस और सिएटल क्रैकन दोनों ही टीमों ने पोपोविची को उनकी मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने के लिए 10 हजार डॉलर की स्कॉलरशिप देने का फैसला किया है।
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