फिजी में होने वाले विश्व हिन्दी सम्मेलन में 270 सदस्यीय भारतीय दल होगा शामिल
नयी दिल्ली। फिजी में 15 से 17 फरवरी तक होने वाले विश्व हिन्दी सम्मेलन में 270 सदस्यीय भारतीय दल शामिल होगा।फिजी सरकार के साथ भारत के विदेश मंत्रालय के समन्वय से इस सम्मेलन को आयोजित किया जा रहा है।
एक उच्च स्तरीय अधिकारी ने शनिवार को यहां बताया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर और फिजी के प्रधानमंत्री सितीवेनी राबुका संयुक्त रूप से इस सम्मेलन का फिजी के नादी स्थित देनाराउ द्वीप सम्मेलन केन्द्र में उद्घाटन करेंगे।पिछले वर्ष दिसंबर के अंत में फिजी में नयी सरकार के गठन के बाद विदेश मंत्री का यह पहला भारत से उच्च स्तरीय दौरा होगा।
फिजी के उप प्रधानमंत्री बिमान प्रसाद इस सम्मेलन के 17 फरवरी को होने वाले समापन समारोह में शामिल होंगे। श्री प्रसाद ने इस सप्ताह की शुरुआत में भारत का दौरा किया था। उन्होंने इस दौरान श्री जयशंकर और अन्य अधिकारियों से मुलाकात की थी।
विदेश मंत्रालय के सचिव (पूर्व) सौरभ कुमार ने बताया कि फिजी में विश्व हिन्दी सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय वर्ष 2018 में मारीशस में हुए विश्व हिन्दी सम्मेलन में लिया गया था।विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन और गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा भी इस सम्मेलन में शामिल होंगे।श्री सौरभ कुमार ने बताया कि गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग ने इस सम्मेलन को आयोजित करने में मदद की है।
सम्मेलन का विषय 'हिन्दी..ट्रेडिशनल नॉलेज ऑफ आर्टिफिसियल इन्टेलीजेंस' है। इस सम्मेलन में 10 सत्र होंगे।
उन्होंने कहा, " भारत से 270 सदस्यों का दल फिजी तो जायेगा ही, इसमें शामिल होने के लिए हिन्दी के अनेक विद्वान भी वहां जायेंगे। इनके अलावा सम्मेलन में 50 देशों के प्रतिनिधि शामिल होगें।"
सम्मेलन में हिन्दी के विद्वानों और उन लोगों को सम्मानित किया जायेगा जिन्होंने हिन्दी भाषा के लिए अपना योगदान दिया है। सम्मेलन में भाग लेने के लिए जाने वाले भारतीय दल में दक्षिण और पूर्वोत्तर क्षेत्र के प्रतिनिधियों को शामिल करने पर बल दिया गया है। इस दल में इन क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल होंगे।
सोर्स :-नवयुग संदेश
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