'अल्लाहू अकबर' चिल्लाते हुए 16 साल के लड़के ने एक पुलिसकर्मी को मारा चाकू

फ्रांस (France Church Attack) और सऊदी अरब के बाद अब रूस (Russia) में भी एक ऐसा मामला सामने आया है

Update: 2020-10-30 10:06 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| फ्रांस (France Church Attack) और सऊदी अरब के बाद अब रूस (Russia) में भी एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक 16 वर्षीय युवक ने 'अल्लाहू अकबर' (Allahu Akbar) चिल्लाते हुए पुलिसवाले को चाकू मार दिया. इस लड़के ने पुलिसवाले पर 3 बार चाक़ू से वार किये जिसके बाद उसके साथी पुलिसवाले ने लड़के को गोली मार दी. इस लड़के की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गयी. इससे पहले सऊदी अरब से खबर आई है कि फ्रांस के कॉन्सुलेट के बाहर गार्ड को चाकू मार दिया गया. गुरुवार को फ्रांस के नीसे में एक ट्यूनीशियाई हमलावर ने तीन लोगों को मार दिया था.

रूसी समाचार एजेंसी Interfax के मुताबिक ये युवक चाकू और पेट्रोल बम से लैस था. इसने पुलिसवाले पर पीछे से तीन घातक वार किये. ये घटना रूस के कुक्मोर शहर की बताई जा रही है. रूस का ये इलाका मुस्लिम बहुल है और यहां भी फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन हुआ था. रूस की जांच एजेंसी ने इस घटना को आतंकवादी हमला करार दिया है और इससे जुड़े अन्य लोगों की तलाश भी की जा रही है.

पुलिस ने बताया कि चाक़ू से वार करने से पहले युवक जोर से 'अल्लाहू अकबर' चिल्लाया था. इस लड़के ने पुलिसवालों को 'काफिर' भी कहा था. जांच में सामने आया है कि ये युवक पुलिस स्टेशन की बिल्डिंग में आग लगाने के इरादे से आया था. घायल पुलिसवाले को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां वह फिलहाल खतरे से बाहर बताया जा रहा है.

फ्रांस के हमलावर के हाथ में थी कुरान

एंटी टेरेरिस्ट एजेंसी की जांच में सामने आया है कि फ्रांस (France Church Attack) के शहर नीस में गुरूवार को एक गिरजाघर में लोगों पर चाकू से हमला करने वाले ट्यूनीशियाई हमलावर के हाथ में कुरान (Tunisian carrying Quran) भी थी. इस हमले में तीन लोगों की मौत हुई थी. फ्रांस के आतंकवाद निरोधी अभियोजक ने बताया कि संदिग्ध एक ट्यूनीशियाई है. उसका जन्म 1999 में हुआ था. वह 20 सितम्बर को लैंपड्यूसा के इतालवी द्वीप पहुंचा था और नौ अक्टूबर को दक्षिणी इटली के एक बंदरगाह शहर बारी पहुंचा. अभियोजक ज्यां-फांसवा रिकार्ड ने हालांकि वह नीस कब पहुंचा इसकी कोई जानकारी नहीं दी. रिकार्ड ने बताया कि हमलावर के पास पवित्र ग्रंथ कुरान की एक प्रति और दो फोन थे.

उधर सऊदी अरब से खबर आई है कि फ्रांस के कॉन्सुलेट के बाहर गार्ड को चाकू मार दिया गया. आधिकारिक मीडिया के मुताबिक जेद्दाह में हमलावर ने 'धारदार हथियार' से गार्ड पर हमला किया जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. रियाद में फ्रांस के दूतावास ने जानकारी दी है कि गार्ड खतरे से बाहर है लेकिन राजनयिक परिसर में हमले की निंदा की है. फ्रांस के राजनयिकों ने सऊदी से हमले पर रोशनी डालने को कहा है और वहां रह रहे फ्रांस के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है.

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