बेरूत में शिया रैली के दौरान फायरिंग में 6 की मौत, एक महिला के सिर में लगी गोली

पिछले साल बंदरगाह धमाके में प्रमुख जांचकर्ता को बर्खास्त करने की मांग को लेकर बृहस्पतिवार को यहां ईरान समर्थित हिजबुल्लाह और शिया संगठन अमल के आंदोलनकारियों द्वारा रैली आयोजित की गई।

Update: 2021-10-15 03:06 GMT

पिछले साल बंदरगाह धमाके में प्रमुख जांचकर्ता को बर्खास्त करने की मांग को लेकर बृहस्पतिवार को यहां ईरान समर्थित हिजबुल्लाह और शिया संगठन अमल के आंदोलनकारियों द्वारा रैली आयोजित की गई। इस रैली में हुई गोलीबारी के दौरान यहां शिया समुदाय के छह लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हो गए। इस गोलीबारी को सांप्रदायिक कलह के रूप में देखा जा रहा है।

हिजबुल्लाह और अमल प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि क्रिश्चियन पार्टी के लेबनानी बल (एलएफ) ने सऊदी अरब से करीबी संबंध बनाए हुए हैं। इस कारण धमाकों की जांच में वह शियाओं को फंसाने की कोशिश कर रही है।
इसी बात को लेकर शिया समर्थक गुटों ने धमाकों की जांच करने वाले जज का विरोध किया। एलएफ नेता समीर जिएगिया के ताकतवर लड़ाका गुट ने इस गोलीबारी की निंदा की है क्योंकि इससे समाज में शांति और सुरक्षा को खतरा पैदा होगा।
गृहमंत्री बासम मौलवी ने बताया कि शिया रैली के दौरान कुछ मृतकों के सिर में गोली मारी गई है। इस दौरान चार बी-7 रॉकेट हवा में दागे गए। बेरूत के दक्षिणी उपनगर स्थित साहेल अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि मृतकों में एक 24 वर्षीय महिला भी शामिल है, जो अपने घर में थी लेकिन फायरिंग के दौरान एक गोली उसके सिर में लग गई।
एके-47 का भी किया इस्तेमाल
लेबनानी रेडक्रॉस ने घायलों की संख्या कम से कम 30 बताई है। सेना के बयान के मुताबिक, ईरान समर्थित हिजबुल्लाह और उसके मुख्य शिया सहयोगी अमल के सैकड़ों समर्थक शहर के पैलेस ऑफ जस्टिस की ओर मार्च कर रहे थे।
तभी एक अज्ञात स्थान से प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई गईं। बताया गया कि सड़क पर बाधाओं और कूड़े के ढेर से पीछे से एके-47 से कुछ स्नाइपर्स को गोलीबारी करते देखा गया।

Tags:    

Similar News

-->