58 देशों ने नहीं किया मतदान, रूस को मानवाधिकार परिषद से संयुक्त राष्ट्र महासभा ने किया निलंबित
58 देशों ने नहीं किया मतदान
न्यूयार्क, एजेंसियां। संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख मानवाधिकार निकाय (UNHRC) से रूस को निलंबित कर दिया गया है। समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से निलंबित करने की मांग से जुड़े प्रस्ताव के पक्ष में 93 देशों ने मतदान किया। वहीं 24 देशों ने इसके खिलाफ मतदान किया जबकि भारत समेत 58 देशों ने मतदान नहीं किया। मतदान के नतीजों को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने रूस को मानवाधिकार परिषद से निलंबित कर दिया।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के विशेष आपातकालीन सत्र में यूक्रेन के प्रतिनिधि ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से रूसी संघ का निलंबन सभी सदस्य देशों का कर्तव्य है। वहीं रूस के प्रतिनिधि ने कहा कि हम पश्चिमी देशों और उनके सहयोगियों द्वारा मौजूदा मानवाधिकार आर्किटेक्चर को नष्ट करने के खिलाफ सदस्य देशों से फैसला देने का आह्वान करते हैं।
मालूम हो कि संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत लिंडा थामस ग्रीनफील्ड ने यूक्रेन के उपनगर बुचा में कथित नरसंहार को लेकर रूस को 47 सदस्यीय मानवाधिकार परिषद से निष्कासित करने का आह्वान किया था। बुचा में बड़ी संख्या में आम नागरिकों की लाशें बरामद हुई थी। इसके कई वीडियो भी सामने आए थे।
अमेरिका ने मानवाधिकार परिषद में रूस की भागीदारी को नाटक बताया है। कनाडा, कोलंबिया, एंटीगुआ एवं बारबुडा, कोस्टा रिका, मोल्दोवा गणराज्य, जार्जिया, जापान, लाइबेरिया, ब्रिटेन, यूक्रेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ समेत 27 सदस्यों ने यूएनजीए का विशेष आपातकालीन सत्र बुलाए जाने की मांग की थी।
मानवाधिकार परिषद में रूसी संघ की सदस्यता को निलंबित करने के प्रस्ताव पर इस सत्र में मतदान होगा। मालूम हो कि मानवाधिकार परिषद में 47 सदस्य देश हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा दो-तिहाई बहुमत से मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन के आरोपी सदस्य के अधिकारों को निलंबित कर सकती है। बड़ी बात यह कि मतदान में भाग नहीं लेने वाले सदस्य देशों की गिनती नहीं की जाएगी। रूस दिसंबर 2023 तक मानवाधिकार परिषद का सदस्य है।