UP, राजस्थान, MP समेत 15 राज्यों में झमाझम बारिश के आसार

Update: 2023-07-01 12:19 GMT
देश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश हो रही है. वहीं अगले कुछ दिनों तक भी बारिश का अनुमान मौसम विभाग की तरफ से लगाया गया है. IMD के डीजी मृत्युंजय महापात्रा ने कहा है कि जून में कुछ हिस्सों में औसत से कम बारिश दर्ज की गई. हालांकि जुलाई में अच्छी बारिश होने की संभावना है. गुजरात के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई, जिससे शहरों और गांवों के निचले इलाकों में पानी भर गया और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
गुजरात के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई, जिससे शहरों और गांवों के निचले इलाकों में पानी भर गया और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम को कच्छ, जामनगर, जूनागढ़ और नवसारी में तैनात किया गया है, जो सबसे अधिक प्रभावित जिलों में से हैं.
मौसम विभाग की तरफ से कहा गया है कि अगले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.साथ ही 1 जुलाई को पूर्वी राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है.
1 जुलाई से लेकर 5 जुलाई तक पश्चिम मध्य प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है.छत्तीसगढ में 04 एवं 05 जुलाई को बारिश हो सकती है. 05 जुलाई को पूर्वी मध्य प्रदेश और विदर्भ के क्षेत्र में भी बारिश होगी.
कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र के क्षेत्रों में अगले पांच दिनों तक हल्की/मध्यम से लेकर भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है. गोवा और मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में भी बारिश होने की संभावना है.
पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और मेघालय में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना मौसम विभाग की तरफ जताई गई है. अगले 5 दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश में भी बारिश होगी.
2 और 3 तारीख को पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड के भी कई हिस्सों में बारिश का अनुमान लगाया गया है.
राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार सुबह आठ बजकर 30 मिनट तक बीते 24 घंटों में 27 मिलीमीटर बारिश हुई.मौसम विभाग ने दिन में बादल छाए रहने के साथ हल्की बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है.
पूर्वी उत्तर प्रदेश और दक्षिण बिहार को छोड़कर देशभर में जुलाई महीने के दौरान मॉनसून के सामान्य रहने के आसार हैं, लेकिन इस पूरे महीने में तापमान के औसत से अधिक रहने की संभावना है.
एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि जुलाई में बारिश जून में दर्ज की गई वर्षा की कमी को दूर करने में मदद करेगी.
जून में कम से कम 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कम बारिश हुई और बिहार तथा केरल में सामान्य से क्रमश: 69 प्रतिशत और 60 प्रतिशत की भारी कमी दर्ज की गई.उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, झारखंड, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना जैसे बड़े राज्यों में भी दक्षिण-पश्चिम मानसून सीजन के पहले महीने जून में सामान्य से कम बारिश हुई
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