अमेरिका ने रूस पर लगाया आरोप, कहा-यूक्रेन पर कर सकता है केमिकल अटैक

यूक्रेन पर केमिकल (chemical weapons) या जैविक हथियारों (biological weapon) से हमला कर सकता है.

Update: 2022-03-10 15:09 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रूस और यूक्रेन के बीच लगातार जंग (russia ukraine war) जारी है. रूस जहां यूक्रेन में जैविक हथियार (biological weapon) होने का दावा कर रहा है. वहीं, इसी बीच अमेरिका (america) ने भी दावा किया है कि रूस जंग जीतने के लिए यूक्रेन पर केमिकल (chemical weapons) या जैविक हथियारों (biological weapon) से हमला कर सकता है.

दोनों देशों के बीच हालत तनावपूर्ण
दोनों पड़ोसी देशों के बीच बृहस्पतिवार को जंग का 15वां दिन है. दोनों देशों के बीच हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. युद्ध रोकने के तमाम प्रयास भी नाकाम साबित होते जा रहे हैं. इसी बीच अमेरिका ने रूस द्वारा जैविक या केमिकल हथियारों से हमला करने की बात कही है.
रूस पर रखनी होगी नजर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसको लेकर व्हाइट हाउस (White House) ने एक बयान जारी किया है. इसमें कहा गया है कि रूस पर नजर रखनी चाहिए. वह यूक्रेन पर केमिकल या जैविक हथियारों के इस्तेमाल की तैयारी कर रहा है. व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी जेन साकी कादावा है कि हमारे पास इसको लेकर चिंतित होने की अहम वजह है.
चीन भी रूस के दावों का कर रहा समर्थन
उन्होंने कहा कि रूस (russia) इस तरह का काम पहले भी करता आया है. हमें यूक्रेन में कथित अमेरिकी जैविक हथियार लैब और केमिकल हथियारों के विकास के बारे में रूस के झूठे दावों पर ध्यान देना चाहिए. चीन के अधिकारी भी इस तरह के दावों का समर्थन कर रहे हैं. यह एक सुनियोजित साजिश है.
रूस ने भी किया पलटवार
वहीं, रूस ने भी दावा किया है कि उसने यू्क्रेन में ऐसे जैविक हथियारों को खोज निकाला है, जो अमेरिका की निगरानी में यहां रखे गए हैं. रूस ने कहा है कि इन जैविक हथियारों का मकसद केवल सैन्य के तौर पर करना है.
अमेरिका नहीं रखता इस तरह के हथियार
वहीं, प्रवक्ता साकी ने कहा कि अमेरिका 'केमिकल वेपन कंवेशन एंड बॉयोलॉजिकल वेपंस कंवेशन' के नियमों का पूरी तरह से पालन करता है. इस तरह के हथियार ना तो तैयार करता है और नहीं अपने पास रखता है.
यूक्रेन में हालात खराब
वहीं, दोनों देशों के बीच जारी जंग से यूक्रेन (ukraine)में हालात खराब होते जा रहे हैं. पिछले 2 सप्ताह के दौरान करीब 20 लाख लोगों ने देश छोड़ दिया है. यूक्रेन छोड़ने वाले लोगों में आधे बच्चे हैं और हर नए दिन के साथ यह पलायन द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट बनता जा रहा है.
शहरों की स्थिति विकट
रूसी सेना (Russian Troops) से घिरे यूक्रेन के शहरों में मानवीय स्थिति और अधिक विकट हो गई है. वहां अभी तक वहां कोई मानवीय मदद नहीं पहुंच पाई है. यूक्रेनी सेना के एक अधिकारी ने कहा कि देश को 'हवाई रक्षा प्रणाली' की काफी जरूरत है.


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