पाकिस्तान में हिंदू मंदिर पर हमला करने के आरोप में अबतक 50 लोग गिरफ्तार, 150 के खिलाफ मामला दर्ज
जहां वे मुस्लिम निवासियों के साथ संस्कृति, परंपरा और भाषा साझा करते हैं. वे अक्सर चरमपंथियों द्वारा उत्पीड़न की शिकायत करते हैं.
भारत के दबाव के आगे आखिरकार पाकिस्तान को झुकना पड़ गया. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में तोड़े गए मंदिर की मरम्मत करायी गई और फिर हिंदू समुदाय को सौंप दिया गया है. एक सरकारी अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. जिला प्रशासक खुर्रम शहजाद ने कहा कि स्थानीय हिंदू जल्द ही मंदिर में पूजा फिर से शुरू करेंगे.
लाहौर से करीब 590 किमी दूर प्रांत के रहीम यार खान जिले के भोंग कस्बे में 4 अगस्त को एक गणेश मंदिर पर भीड़ ने हमला किया था. भीड़ ने एक स्थानीय मदरसे में कथित तौर पर पेशाब करने के लिए गिरफ्तार किए गए आठ वर्षीय हिंदू लड़के को अदालत द्वारा रिहा करने के विरोध में मंदिर पर हमला किया था.
तोड़फोड़ मामले में 50 लोग गिरफ्तार, 150 पर मामला दर्ज
पाकिस्तान की कानून लागू करने वाली एजेंसियों ने पंजाब प्रांत के सुदूरवर्ती कस्बे में एक हिंदू मंदिर पर हमला करने के आरोप में 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है और 150 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इससे पहले पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर की सुरक्षा में नाकामी को लेकर अधिकारियों को फटकार लगाई थी.
पाकिस्तान के प्रधान न्यायाधीश गुलजार अहमद ने शुक्रवार को कहा था कि मंदिर में तोड़फोड़ की घटना देश के लिए शर्मनाक है क्योंकि पुलिस मूक दर्शक बनी रही. प्रधान न्यायाधीश ने आठ साल के बच्चे की गिरफ्तारी पर हैरानी जताते हुए पुलिस से पूछा था कि क्या वह इतने छोटे बच्चे की मानसिक हालत को समझ नहीं पाई. पाकिस्तान की संसद ने शुक्रवार को एक प्रस्ताव पारित कर मंदिर पर हमले की घटना की निंदा की थी. मामले में सुनवाई 13 अगस्त तक के लिए टाल दी गई है.
इसके अलावा नेशनल असेंबली ने हमले की निंदा करते हुए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया. भारत ने गुरुवार को नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के प्रभारी को तलब किया और इस घटना के साथ पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय की आजादी और उनके धार्मिक स्थानों पर हमले की लगातार बढ़ती घटनाओं को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया.
पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है. आधिकारिक अनुमान के अनुसार, पाकिस्तान में 75 लाख हिंदू रहते हैं. हालांकि, समुदाय के मुताबिक देश में 90 लाख से ज्यादा हिंदू रहते हैं. पाकिस्तान की अधिकांश हिंदू आबादी सिंध प्रांत में बसी है, जहां वे मुस्लिम निवासियों के साथ संस्कृति, परंपरा और भाषा साझा करते हैं. वे अक्सर चरमपंथियों द्वारा उत्पीड़न की शिकायत करते हैं.