नए तरीके से ATM पर लोग हो रहे ठगी का शिकार

Update: 2024-05-06 11:11 GMT
टेक न्यूज़ : देश में ATM के जरिए ठगे जाने की वारदात कोई नहीं है. तमाम जागरूकता और सख्ती के बावजूद फ्रॉडस्तर किसी न किसी नए तरीके से अपने नापाक इरादों को अंजाम दे ही देते हैं. इस बीच हाल ही में ATM के माध्यम से लोगों को ठगने का एक नया तरीका सामने आया है, जहां जालसाजों का एक गिरोह ग्राहकों के डेबिट और क्रेडिट कार्ड को 'फंसाने' के लिए मशीनों से छेड़छाड़ कर रहा है.
ATM 'कार्ड ट्रैप' घोटाला क्या है?
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ATM में लूटपाट करने वाला एक गिरोह दिल्ली में कुछ बिना सुरक्षा वाले ATM से छेड़छाड़ कर रहा है. जालसाज सबसे पहले बिना सुरक्षा वाले ATM में कार्ड रीडर में हेरफेर करते हैं और घटना के सबूत मिटाने के लिए सीसीटीवी कैमरे पर स्प्रे पेंट कर देते हैं. पीड़ित की ओर से कोड दोबारा दर्ज करने के बाद भी, कार्ड मशीन में फंसा रहता है. इस दौरान फ्रॉडस्टर पीड़ित को कार्ड को बाहर निकलने या मदद के लिए बैंक से संपर्क करने की सलाह देते हैं. इसके बाद धोखेबाज कार्ड को दोबारा प्राप्त करके फ्रॉड को अंजाम देते हैं. क्योंकि पिन तो उनके पास होता ही है.
हिंसा के मामले भी आए सामने
इस बीच फ्रॉड के साथ कुछ हिंसक मामले भी सामने आए हैं. द हिंदू के मुताबिक, 19 अप्रैल को ऐसे ही एक मामले के दौरान, दिल्ली पुलिस स्टेशन में एक कॉल आई जिसमें बताया गया कि दो व्यक्ति उत्तम नगर में एक ATM से छेड़छाड़ करने की कोशिश कर रहे थे.
रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार को, पुलिस ने ATM लुटेरों के एक गिरोह के तीन सदस्यों को भी गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान विशाल नेगी, अमित मेहरा और विजय कुमार के रूप में हुई है. यह गिरोह रोहिणी, दक्षिण पश्चिम दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, उत्तर पूर्वी दिल्ली और दक्षिण दिल्ली में छेड़छाड़ की 25 घटनाओं को अंजाम दे चुका है.
इन फ्रॉड से कैसे बचें
हमेशा अच्छी रोशनी वाले ATM में जाएं, जहां गार्ड भी मौजूद हो. कम मैंटेनेंस वाले ATM धोखेबाजों को अपने कार्ड "ट्रिक्स" के साथ प्रयोग करने और ज्यादा आसानी से भागने का मौका देते हैं.
कार्ड स्लॉट के आसपास ढीले या अजीब दिखने वाले हिस्सों जैसे छेड़छाड़ के संकेतों की जांच करें. इसके अलावा ATM रूम के आसपास भी संदिग्ध डिवाइसेज को चेक करें.
अजनबियों से मदद मांगने से बचें और अपने लेनदेन को खुद संभालें. यदि परेशानी हो तो घबराएं नहीं और हमेशा बैंक की कस्टमर सर्विस के जरिए ऑथोराइज्ड कर्मियों से संपर्क करें.
सतर्क रहें और अपना पिन दर्ज करते समय हमेशा मशीन के कीपैड को ढकें. आपके पिन को सुरक्षित न रखने के चलते ATM कार्ड स्किमिंग हो सकता है, जहां धोखेबाज आपके कार्ड का क्लोन बना सकते हैं और अनऑथोराइज लेनदेन कर सकते हैं.
अपने बैंक अकाउंट की डिटेल्स नियमित रूप से चेक करें और उन प्रस्तावों के प्रति सचेत रहें, जो अतिरिक्त मदद का वादा करते हैं और आकर्षक प्रस्ताव प्रदान करते हैं.
बैंक लोगो और नाम वाले अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें या अनचाहे ईमेल या संदेशों से अटैचमेंट डाउनलोड न करें. आमतौर पर, ऐसे संदेशों में तत्काल चेतावनियां होती हैं, जो आपको तत्काल एक्शन लेने के लिए मजबूर करती हैं. हमेशा आधिकारिक चैनलों के माध्यम से बैंकों से संपर्क करें.
कैश ट्रांजेक्शन के इस्तेमाल से बचें और यूपीआई और ऑनलाइन बैंक भुगतान जैसे सुरक्षित डिजिटल लेनदेन तरीकों को अपनाएं.
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