भारत सरकार इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम का परीक्षण कर रही है. इसकी टेस्टिंग के लिए कई यूजर्स के फोन पर मैसेज आ चुका है. लोगों को इमरजेंसी अलर्ट के नाम से एक मैसेज मिला है. जिस वक्त मैसेज आया, उस वक्त फोन में बहुत तेज आवाज थी, जो इमरजेंसी अलर्ट: सीवियर फ्लैश के साथ आई थी। यह आपातकालीन चेतावनी प्रणाली का हिस्सा है। इसे राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा तैयार किया जा रहा है। इन संदेशों का उपयोग आपातकाल के दौरान अलर्ट भेजने के लिए किया जाएगा।
आपातकालीन चेतावनी संदेश कितने बजे आया?
सरकार ने दोपहर 1.30 बजे जियो और बीएसएनएल यूजर्स को सिस्टम को टेस्ट करने के लिए मैसेज भेजा था. यह संदेश सी-डॉट के जरिये भेजा गया था. इसके तुरंत बाद एक और मैसेज भेजा गया जिसमें लोगों को बताया गया कि ये सिर्फ एक टेस्ट मैसेज था. सी-डॉट के मुताबिक इसी तरह की टेस्टिंग अलग-अलग जगहों पर की जाएगी.इसका मुख्य उद्देश्य इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम और सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम की क्षमताओं और प्रभावशीलता का परीक्षण करना है।
सी-डॉट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राजकुमार उपाध्याय ने कहा कि वर्तमान में यह तकनीक एक विदेशी विक्रेता द्वाराप्रदान की जा रही है, इसलिए सी-डॉट इस प्रणाली को स्वदेशी रूप से विकसित कर रहा है।राजकुमार उपाध्याय ने बताया कि अभी 'सेल ब्रॉडकास्टिंग टेक्नोलॉजी' पर काम चल रहा है और इसे 'राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण' (एनडीएमए) द्वारा क्रियान्वित किया जाएगा। इस तकनीक का फिलहाल जियो और बीएसएनएल पर परीक्षण किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि इस संदेश के कई संस्करण हैं, जिन्हें विकसित किया जा रहा है. जो मैसेज आया है उसमें लिखा है, 'ये एक सैंपल टेस्टिंग मैसेज है, ये भारत सरकार की ओर से भेजा गया है. कृपया इस संदेश पर ध्यान न दें. इसे सिर्फ परीक्षण के लिए भेजा गया है.