गूगल ने लॉन्च किया नया सिस्टम, भूकंप आने से पहले मिलेगा अलर्ट, ऐसे पता चलेगा

Update: 2023-09-28 14:08 GMT
नई दिल्ली। इंडिया में एंड्रॉयड यूजर्स को अब पहले ही भूकंप (Earthquake) आने का पता चल जाएगा. दिग्गज टेक कंपनी गूगल (tech company google) ने एक नया सिस्टम लॉन्च किया है. इसका नाम एंड्रॉयड अर्थक्वेक अलर्ट सिस्टम (Android Earthquake Alert System) है, जिसकी मदद से कंपनी लोगों तक भूकंप का अलर्ट (earthquake alert) भेजेगी. कई देशों में पहले इस सिस्टम का इस्तेमाल किया जा जा रहा है. अगर समय से पहले भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा आने का पता चल जाए, जान-माल के नुकसान को कम किया जा सकता है.
गूगल इस सिस्टम को इंडिया में लाने की तैयारी कर रही है. देश में इस सर्विस को लॉन्च करने के लिए कंपनी नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDMA) और नेशनल सीस्मोलॉजी सेंटर (NSC) से कंसल्ट कर रही है. गूगल की टेक्नोलॉजी भूकंप के झटके शुरू होने से पहले वार्निंग भेजने का काम करती है.
गूगल ने कहा यह सिस्टम आपके फोन को एक मिनी अर्थक्वेक डिटेक्टर में बदल देता है. अर्थक्वेक अलर्ट सिस्टम फोन में मौजूद एक्सेलेरोमीटर का सीस्मोग्राफ की तरह इस्तेमाल करता है. जब आपको फोन चार्जिंग पर ना लगा हो और हिल-डुल ना रहा हो, तो वो भूकंप के शुरुआती संकेतों को पहचान सकता है. अगर कई फोन एकसाथ भूकंप के झटके की पहचान करते हैं तो गूगल के सर्वर को पता लग जाएगा.
संकेतों को भांपकर गूगल पता लगा सकता है कि भूकंप कहां आ सकता है, और इसकी कितनी तीव्रता होगी. इसके बाद गूगल उस एरिया के आसपास के फोन पर अलर्ट भेजेगा. भूकंप के मैग्नीट्यूड के आधार पर अलर्ट को दो तरह से बांटा गया है. 4.5 या ज्यादा मैग्नीट्यूड के दौरान MMI 3 और 4 झटके के लिए Be Aware Alert जाएगा.
4.5 या ज्यादा मैग्नीट्यूड के दौरान MMI 5+ झटकों के लिए Take Action Alert भेजा जाएगा. पावरफुल भूकंप की स्थिति में डू नॉट डिस्टर्ब सेटिंग के बावजूद भी अलर्ट आएगा, और तेज आवाज बजेगी. ऐसा होने पर आप सुरक्षित जगह जाने की कोशिश कर सकते हैं, या टेबल के नीचे रह सकते हैं. यह सिस्टम इंडिया में एंड्रॉयड यूजर्स के लिए जारी किया जाएगा. हालांकि, केवल एंड्रॉयड 5 या इससे हाई वर्जन चलाने वाले लोगों को ही भूकंप का अलर्ट मिलेगा. अगले हफ्ते से इस सिस्टम को शुरू किया जाएगा.
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