जनता से रिश्ता वेबडेस्क | Business Ideas 2022: इस पेड़ को लगा कर करें करोड़ में कमाई ! आजकल किसान खेती के नए नए तरीके को अपना कर अपना मुनाफा बढ़ा रहे हैं। अधिक मुनाफा देने वाले फसल और पेड़ को लगा कर खेती को बिजनेस का रूप दे रहे हैं। आज के इस लेख में हम आपको खेती से जुड़े एक ऐसे बिजनेस आइडिया (Business Ideas) के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे अपना कर आप करोड़ों में कमाई कर सकते हैं।
दरअसल हम एक विशेष पौधे की बात करने जा रहे हैं जिसकी खेती करके किसान करोड़ों में कमाई कर रहे हैं। इस विशेष पौधे का नाम है मालाबार नीम (Malabar Neem) । यह पौधा बहुत ही कम समय में ग्रो करता है और विशाल पेड़ बन जाता है। इसके पेड़ को बेच कर बड़ा मुनाफा कमाया जा सकता है। मालाबार नीम (Malabar Neem) को उगाने से लेकर इसकी खेती के तरीके और बिक्री के बारे में हम विस्तार से आपको बताने जा रहे हैं। कृपया इस लेख को पूरा पढ़ें ताकि आप मालाबार नीम (Malabar Neem) के बिजनेस आइडिया (Business Ideas) को समझ सकें और लाभ ले सकें।
मालाबार नीम (Malabar Neem) का पौधा क्यों खास है?
Table of Contents
मालाबार नीम (Malabar Neem) का पौधा क्यों खास है?
मालाबार नीम (Malabar Neem Farming) की खेती कैसे करे?
मालाबार नीम के बीज की बुआई कैसे करें?
मालाबार नीम की खेती के लिए कैसी मिट्टी चाहिए?
मालाबार नीम की रोपण विधि (Plantation of Malabar Neem)
मालाबार नीम के पौधे की सिंचाई कैसे करें?
मालाबार नीम में उर्वरक कैसे दें?
मालाबार नीम की नर्सरी कहां है? (Malabar Neem Nursery)
मालाबार नीम के लकड़ी का उपयोग
मालाबार नीम की कीमत: जानें क्या है आमदनी
मालाबार नीम की खासियत जो किसान भाई जरूर जानें
FAQ:
Business Ideas of Malabar Neem/मालाबार नीम का पौधा नर्सरी में कितने दिन में तैयार हो जाता है?
Business Ideas of Malabar Neem/मालाबार नीम के पौधे कहां मिलते हैं?
Business Ideas of Malabar Neem/मालाबार नीम का पौधा कैसे लगाया जाता है?
Business Ideas of Malabar Neem/मालाबार नीम की कीमत क्या है?
Business Ideas of Malabar Neem/मालाबार नीम की नर्सरी कब और कैसे लगानी चाहिए?
मालाबार नीम के बीज को कब बोना चाहिए?
मालाबार नीम का पौधा कहां मिलेगा?
मालाबार नीम का बीज कहां मिलेगा?
मालाबार नीम कहां बेचें?
अन्य पढ़ें:
मालाबार नीम (Malabar Neem) को मेलिया डबिया नाम से भी जाना जाता है। यह पौधा ऑस्ट्रेलिया में काफी उगता है। यह एक एरोफोरेस्ट्री वाला पौधा है जिसे किसान अपने फसल के साथ भी लगाते हैं।
किसान भाई मालाबार नीम की खेती के साथ हल्दी, ग्राउंड नट, गन्ना, मिर्च, पपीता, काले चने और खरबूजे की खेती भी सफलतापूर्वक करते है। मतलब छाया में होने वाली किसी भी अन्य फसल को इसके साथ लगाया जा सकता है।
Business Ideas: Malabar Neem
मालाबार नीम: फोटो
मालाबार नीम का पौधा मेलिया डबिया मेलियासी वनस्पति परिवार से उत्पन्न, हुआ है। मालाबार नीम यूकेलिप्टस की तरह तेजी से बढ़ता है। इसकी खासियत है की यह रोपण से 2 साल के भीतर ही 40 फुट तक लंबा हो जाता है। कम पानी में यह पौधा बढ़ता है। दक्षिण भारत के राज्य कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल के किसान इस पेड़ की फार्मिंग बड़ी संख्या में कर रहे हैं।
मालाबार नीम सभी प्रकार की मिट्टी में लग सकता है।पांच साल में ही यह पौधा इमारती लकड़ी देने लायक हो जाता है। इस पौधे को खेतों की मेड़ पर भी लगा सकते हैं। इसका पौधा एक साल में 08 फीट की ऊंचाई तक बढ़ता है। यह पौधा मात्र पांच साल में ही लकड़ी देना शुरू कर देता है। इस खासियत के कारण ही लोग इसे लगाते हैं। इस पौधे में दीमक नहीं लगने के कारण प्लाईवुड इंडस्ट्रीज में इसकी सर्वाधिक मांग रहती है। इसकी अच्छी कीमत बाजार में मिल जाती है। आप भी इसकी खेती करके करोड़ में आमदनी कर सकते हैं। जानें इसकी खेती कैसे करें। इसके बाद आप भी इस बिजनेस आइडिया (Business Ideas) को आजमा कर देखें।
मालाबार नीम (Malabar Neem Farming) की खेती कैसे करे?
इस पौधे की खेती करने के लिए सबसे पहले इसके बीज की जरूरत होती है। इसके बीज को नर्सरी में लगा कर रोपने योग्य होने पर अलग खेतों में एक निश्चित दूरी पर लगाया जाता है। पौधे की सिंचाई नियमित समय अंतराल पर की जानी चाहिए। 8 साल के बाद पौधा बेचने लायक हो जाता है। इस पौधे की खेती के सभी चरण एवं विधि को विस्तार से आगे पढ़ें।
आजकल मालाबार नीम के तैयार पौधे को सीधे खरीद कर खेत में लगाया जाता है। इससे आपके समय की बचत हो जाती है। नर्सरी में पौधे की देखभाल और खर्चे भी कम हो जाते हैं।
मालाबार नीम के बीज की बुआई कैसे करें?
मालाबार नीम की बीज को पहले उपचारित कर लें ताकि इसमें कीटाणु न रहें और बीज स्वस्थ हो जाए। बीज को उपचारित करने के लिए इसे गाय के गोबर के घोल में 24 घंटे के लिए डाल कर रखें। इसके बाद इस बीज को नर्सरी में बो दें। बीज को अंकुरित होने में दो माह का समय लगता है। पूर्ण अंकुरण प्रक्रिया के लिए 6 माह का समय लग सकता है। ध्यान रहे इस दौरान पौधे की नियमित समय अंतराल पर सिंचाई करते रहें।
मालाबार नीम की खेती के लिए कैसी मिट्टी चाहिए?
मालाबार नीम के पौधे के लिए वैसे तो ह्यूमस और जैविक तत्व वाली मिट्टी दोमट और लेटरेट लाल मिट्टी बेहतर होती है। लेकिन अमूमन ये हरेक प्रकार की मिट्टी में हो सकता है। लेकिन अलग अलग मिट्टी में इसी ग्रोथ भिन्न भिन्न होगी। मिश्रित उथली मिट्टी में इसकी वृद्धि दर कम होती है। मिट्टी का pH मान सामान्य होना चाहिए।
मालाबार नीम की रोपण विधि (Plantation of Malabar Neem)
मालाबार के पौधों को लगाने के लिए 8×8 मीटर की दूरी को सबसे अच्छा माना गया है। कई किसान 5×5 मीटर की दूरी पर भी लगाते हैं। पौधों का विकास तेजी से हो सके इसके लिए पानी की पूर्ण व्यवस्था होनी चाहिए। आरम्भ में मालाबार नीम के खेत में नमी बनाये रखने के लिए पानी देते रहना होता है।
अगर आप चाहते हैं तो बाजार में कई नर्सरी हैं जो आपको तैयार पौधे उपलब्ध करा सकते हैं। इसे लगाने से जल्दी ही आपका पौधा पेड़ बन जाता है। नर्सरी के अतिरिक्त खर्चे भी नहीं होंगे।
मालाबार नीम के पौधे की सिंचाई कैसे करें?
मालाबार के पौधों को सामान्य सिंचाई की जरूरत होती है। इसके लिए पौधों को 10 से 15 दिन के अंतराल में पानी देना होता है। यदि बारिश का मौसम है, तो जरूरत पड़ने पर ही पौधों को पानी दे। अधिक पानी भी पौधे की ग्रोथ को कम कर देता है। जल जमाव न होनें दें इससे पौधे पर बुरा असर होगा।
मालाबार नीम में उर्वरक कैसे दें?
पौधे के विकास के लिए उर्वरक की आवश्यकता होती है। समय से आपका पौधा लकड़ी दे इसके लिए पौधे की जड़ों में उर्वरक डालना जरूरी होता है। अपने मिट्टी की जांच के आधार पर आप पता करें की जिंक, फास्फोरस, कैल्शियम आदि तत्वों की क्या स्थिति है। इसके अनुसार ही तीन महीने में एक बार खेत में उवर्रक जरूर दे।
मालाबार नीम की नर्सरी कहां है? (Malabar Neem Nursery)
मालाबार नीम के पौधे आजकल ऑनलाइन भी मिलते हैं। इंडियामार्ट पर भी इसके पौधे को ऑर्डर किया जा सकता है। देहरादून, नागपुर, और दक्षिण भारत से इस पौधे को मंगाया जा सकता है।
वन विभाग के स्थानीय नर्सरी से भी संपर्क कर इसे प्राप्त कर सकते है। मालाबार नीम के बीज को खरीदकर आप खुद भी इसकी नर्सरी तैयार कर सकते है। और पौधा बड़ा होने पर अपनी सुविधा अनुसार खेत में लगा सकते हैं।
मालाबार नीम के लकड़ी का उपयोग
इस पौधे की लकड़ी मुलायम और हल्की होती है। इसके कारण इसका उपयोग प्लाई बनाने में और फल आदि के पैकिंग बॉक्स बनाने में मुख्य रूप से होता है। इस लकड़ी में कीड़े और दीमक नहीं लगते हैं जो इसे खास बनाता है। इसके कारण इसका उपयोग अन्य काफी वस्तुएं और फर्नीचर बनाने में भी किया जाता है।
इसका उपयोग माचिस की तीली, पेंसिल, संगीत के इंस्ट्रूमेंट्स बनाने में, चाय, फल आदि के पैकिंग बॉक्स बनाने में होता है। भवन निर्माण में भी इसकी लकड़ी का उपयोग किया जाता है। टेबल, चेयर, सोफ़ा आदि में भी इसका उपयोग किया जा सकता है।
मालाबार नीम की कीमत: जानें क्या है आमदनी
दोस्तों अगर आप इस लेख को यहां तक पढ़ चुके हैं तो इसका मतलब आप इसमें रुचि रखते हैं। अब आप यह अवश्य जानना चाहते होंगे कि इसकी खेती कितने एकड़ जमीन पर करने से कितनी आमदनी हो सकती है। तो आइए इसे भी जानते हैं।
मालाबार नीम के 5 हजार को आप 4 एकड़ की खेत में लगा सकते हैं। इसमें से 2 हजार पेड़ खेत के बाहर वाली मेड़ पर लगाएं और 3 हजार पेड़ खेत के अंदर मेड़ पर लगाएं।
Malabar Neem: Wood
मालाबार नीम: लकड़ी
पेड़ों की लकड़ी को 8 वर्ष के बाद काटें तब आप पूरा लाभ ले सकते हैं। आप इसकी खेती कर 4 एकड़ में करके आसानी से 50 लाख रुपये तक कमा सकते हैं। एक पेड़ का वजन डेढ़ से दो टन होता है। मार्केट में कम से कम यह 500 रुपये कुंतल बिकता है। ऐसे में अगर 6 से 7 हज़ार का भी एक पौधा बिकेगा तो आराम से किसान लाखों रुपये कमा सकते है। अगर आप डबल लैंड पर पेड़ लगाते हैं तो आमदनी करोड़ में होगी।
मालाबार नीम की खासियत जो किसान भाई जरूर जानें
मालाबार नीम की गिनती दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाले पौधे के रूप में होती है। इसके कारण पांच से आठ साल में ही किसान इसकी लकड़ी को बेच कर करोड़ में आमदनी कर सकते हैं।
मालाबार नीम के पौधे की खेती लगभग हरेक प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है।
मालाबार नीम के पौधे कम पानी में भी होता है। जिसके कारण इसकी सिंचाई पर अतिरिक्त खर्च भी नहीं होता है।
नर्सरी में पौधे को 10 से 15 दिन में एक बार सिंचाई करें।
मालाबार नीम की बुआई के लिए मार्च अप्रैल का महीना उपयुक्त होता है।
इस पौधे की लकड़ी में दीमक नहीं लगता है जिसके कारण इसकी कीमत और मांग अधिक होती है।
मालाबार नीम के पौधे की कीमत अधिक होती है। दो से तीन साल में इसकी लकड़ी माचिस की तीली और कागज बनाने में उपयोग होता है।
पांच साल बाद प्लाई वुड में इस्तेमाल किया जाता है।
आठ साल बाद इसकी लकड़ी फर्नीचर के लिए उपयोग किया जाता है।
इस खासियत की वजह से इसकी खेती काफी फायदेमंद होती है।
वन अनुसंधान केंद्र देहरादून में 30 से 40 रुपए में किसानों को तैयार पौधा मिल जाता है।
FAQ:
Business Ideas of Malabar Neem/मालाबार नीम का पौधा नर्सरी में कितने दिन में तैयार हो जाता है?
नर्सरी में बीज बोने के बाद अंकुरित होने में 2 माह तक का समय लगता है। पूरी तरह से पौधा रोपने योग्य होने में 6 माह का समय लगता है।
Business Ideas of Malabar Neem/मालाबार नीम के पौधे कहां मिलते हैं?
मालाबार नीम का पेड़ कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात में उगाया जाता है।
Business Ideas of Malabar Neem/मालाबार नीम का पौधा कैसे लगाया जाता है?
मालाबार नीम का पेड़ मार्च अप्रैल में बोया जाता है। नर्सरी में तैयार कर फिर अलग जमीन पर लगाया जाता है। कम पानी वाले जमीन में भी इसकी खेती की जा सकती है।
Business Ideas of Malabar Neem/मालाबार नीम की कीमत क्या है?
मालाबार नीम के लकड़ी की कीमत इसकी मोटाई और लंबाई पर निर्भर करती है। 50 से 120 cm मोटे लट्ठे का प्रति टन मूल्य 7500 रु तक मिल सकता है। 120 cm से अधिक मोटे पेड़ का प्रति क्यूबिक फीट 370 रूपए मिल जाता है।
Business Ideas of Malabar Neem/मालाबार नीम की नर्सरी कब और कैसे लगानी चाहिए?
मालाबार नीम मार्च अप्रैल माह के दौरान बोना बेहतर होता है। साफ और सूखे बीजों को खुली नर्सरी बेड में 5 सेंटीमीटर की दुरी पर ड्रिल की गई लाइनों में बोना चाहिए। मिट्टी और FYM खाद के 2: 1 के अनुपात में या फिर 1: 1 अनुपात में मिलाकर लगाया जा सकता है।
मालाबार नीम के बीज को कब बोना चाहिए?
मार्च से अप्रैल के बीच में
मालाबार नीम का पौधा कहां मिलेगा?
अनेक प्राइवेट और सरकारी नर्सरी में मिल जायेगा। देहरादून वन अनुसंधान संस्थान से भी मिल सकता है।
मालाबार नीम का बीज कहां मिलेगा?
अनेक प्राइवेट और सरकारी नर्सरी में मिल जायेगा। देहरादून वन अनुसंधान संस्थान से भी मिल सकता है।
मालाबार नीम कहां बेचें?
मालाबार नीम की बिक्री प्लाई इंडस्ट्री में आसानी से बिक जायेगी। इसके लिए इंडस्ट्री से संपर्क कर सकते हैं।