अहमदाबाद: गुजरात टाइटंस को 89 के स्कोर पर समेटने के बाद दिल्ली कैपिटल्स के खेमे में एक ही चर्चा हुई थी कि उन्हें कैसे भी जल्द से जल्द इस मैच को समाप्त करना है ताकि उनका नेट रन रेट सुधर सके।
दिल्ली ने 67 गेंद शेष रहते यह मुक़ाबला जीत लिया और उनका नेट रन रेट भी -0.975 से -0.074 हो गया। प्लेयर ऑफ़ द मैच ऋषभ पंत ने कहा, "बस यही चर्चा हुई थी कि हमें जल्द से जल्द लक्ष्य हासिल करना है ताकि पिछले कुछ मैच में नेट रन रेट के नुकसान की भरपाई की जा सके।" अपने आईपीएल डेब्यू पर अर्धशतक जड़ने वाले जेक फ़्रेज़र-मैकगर्क ने पहले ओवर में ही 14 रन बटोर लिए। स्पेंसर जॉनसन की गेंद पर आउट होने से पहले फ़्रेज़र-मैकगर्क ने नौ गेंदों पर दो चौकों और दो छक्के की मदद से 20 रन बना लिए थे।
फ़्रेज़र-मैकगर्क ने कहा, "हमने ब्रेक के दौरान नेट रन रेट पर चर्चा की थी। मैदान पर ओस थी और गेंद भी बल्ले पर आ रही थी। अच्छा हुआ कि मुझे धीमी गति की गेंदों और स्पिन का सामना करना नहीं पड़ा (मुस्कुराते हुए)।"
पिच में नहीं थी ख़राबी: गिल
घर पर दिल्ली के हाथों मिली शर्मनाक हार के बाद गुजरात के कप्तान शुभमन गिल ने कहा कि अहमदाबाद की पिच में कोई समस्या नहीं थी बल्कि असली समस्या उनकी टीम की बल्लेबाज़ी में ही थी। गिल ने मैच के बाद प्रेज़ेंटेशन में कहा, "मुझे लगता पिच एकदम ठीक थी। मैं जिस गेंद पर आउट हुआ उस गेंद का पिच से कोई लेना देना नहीं था। ऋद्धि (ऋद्धिमान साहा) भाई भी जिस तरह से आउट हुए, साई सुदर्शन रन आउट हो गए। इस मैच में हमारे शॉट सिलेक्शन अच्छे नहीं थे और हमारी बल्लेबाज़ी औसत रही।"
पंत ने बतौर विकेटकीपर भी चोट के बाद ख़ुद को साबित कर दिया? पावरप्ले के भीतर ही गुजरात ने 30 पर चार विकेट गंवा दिए थे। फिर ट्रिस्टन स्टब्स ने एक ही ओवर में अभिनव मनोहर और शाहरुख़ ख़ान को चलता कर दिया।
गुजरात की इस हार पर डेविड मिलर ने कहा, "हम आज पार स्कोर से काफ़ी पीछे रह गए। विकेट पर गेंद फंस कर ज़रूर आ रही थी लेकिन यह 90 पर ऑल आउट होने वाली विकेट तो कतई नहीं थी। पावरप्ले में चार विकेट गंवा देने के बाद मैच जीत पाना वैसे ही मुश्किल हो जाता है। मुझे नहीं लगता कि हमें अधिक चिंता करने की ज़रूरत है। हम सिर्फ़ एक या दो मैच ही अपनी क्षमता के अनुरूप नहीं खेले हैं लेकिन अगर हर कोई अपनी अपनी शैली में खेलना शुरू कर दे तो इसका हमें फ़ायदा मिलेगा।"
मिलर के मुताबिक गुजरात की बल्लेबाज़ी को लेकर चिंता करने की ज़रूरत नहीं है लेकिन इस सीज़न में यह दूसरी बार है जब गुजरात की बल्लेबाज़ी पूरी तरह से बिखर गई। इससे पहले लखनऊ सुपर जायंट्स के ख़िलाफ़ भी एक अच्छी शुरुआत करने के बावजूद गुजरात की पारी ढह गई और गुजरात को एक हाथ में आया मैच गंवाना पड़ा था।