विराट को इंग्लैंड के नाम से चढ़ जाता है बुखार, शर्मनाक हैट्रिक का मंडरा रहा है खतर

विराट कोहली (Virat Kohli) का विश्व क्रिकेट में दबदबा है

Update: 2021-05-12 10:32 GMT

यूं तो विराट कोहली (Virat Kohli) का विश्व क्रिकेट में दबदबा है. वो लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट में दुनिया के नंबर एक टेस्ट बल्लेबाज रहे हैं. अब भी वो टॉप-5 बल्लेबाजों में शामिल हैं. टेस्ट क्रिकेट में उनके खाते में 27 शतक हैं. वनडे क्रिकेट के रिकॉर्ड्स पर बात करने का ये उचित समय नहीं. लेकिन वहां भी उनके दबदबे से दुनिया वाकिफ है. असली चिंता विराट कोहली की कप्तानी को लेकर है। खुद को बेहतरीन बल्लेबाज साबित कर चुके विराट कोहली के नाम कप्तानी में कोई बड़ा खिताब नहीं है. आईसीसी का तो एक भी खिताब वो अब तक नहीं जीत पाए हैं. इंडियन प्रीमियर लीग को लेकर भी ये बात कही जाती है कि दुनिया के एक से बढ़कर एक खिलाड़ी को टीम में शामिल करने के बाद उनके हाथ खाली हैं. इस बार उनकी टीम ने सीजन की शानदार शुरूआत की थी लेकिन कोरोना की वजह से ये सीजन ही टल गया. फिलहाल अगली चुनौती वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की है. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल साउथैंप्टन में 18 जून से न्यूज़ीलैंड के खिलाफ खेला जाना है. यूं तो इस फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम की हैसियत से उतरेगी लेकिन इंग्लैंड से विराट कोहली की कप्तानी का 36 का आंकड़ा है. यही बात विराट कोहली और उनके फैंस को परेशान कर रही है. विराट कोहली पर एक शर्मनाक हैट्रिक का खतर मंडरा रहा है. 2017, 2019 के बाद अब साल भी 2021 है.

आईसीसी टूर्नामेंट और विराट की बदकिस्मती
विराट की कप्तानी में ये तीसरा मौका है जब टीम इंडिया किसी आईसीसी टूर्नामेंट में खिताब जीतने के करीब पहुंची है. भारत को पहला मौका 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी में मिला था. आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल ओवल में था. मुकाबला था पाकिस्तान से. उस मैच में भारतीय टीम को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था. आपको याद दिला दें कि उस फाइनल मैच में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट पर 338 रन बनाए थे. 339 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही भारतीय टीम की बल्लेबाजी ताश के पत्ते की तरह ढह गई थी. भारतीय टीम स्कोरबोर्ड पर सिर्फ 158 रन जोड़ पाई थी. पाकिस्तान ने वो मैच 180 रन के बड़े अंतर से जीता था. वो हार इसलिए और ज्यादा शर्मनाक थी क्योंकि भारतीय टीम सिर्फ 30.3 ओवर ही पाकिस्तान का सामना कर पाई थी. जिस टीम में रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली, युवराज सिंह और धोनी जैसे चमकते सितारे हों वो सिर्फ 30.3 ओवर बल्लेबाजी कर पाए तो फैंस की नाराजगी स्वाभाविक है. हार्दिक पांड्या के 76 रनों को छोड़ दिया जाए तो तमाम बड़े भारतीय बल्लेबाज दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंचे थे.
2019 में भी टूटा था करोड़ों क्रिकेट फैंस का सपना
इस बार भी मैदान इंग्लैंड का ही था- मैनचेस्टर. भारतीय टीम शानदार ढंग से वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल तक पहुंची थी. इंग्लैंड के खिलाफ एक मैच में हार को छोड़ दिया जाए तो भारतीय टीम अपराजेय थी. चार मैच ऐसे थे जिसमें भारतीय टीम ने स्कोरबोर्ड पर 300 पार का स्कोर जोड़ा था. लेकिन आपको याद होगा कि उस मैच में भारतीय टीम के सपने टूटे थे. आपको याद होगा 2019 विश्व कप का सेमीफाइनल बारिश से प्रभावित हुआ था. मैच को रिसर्व-डे में पूरा कराया गया था. टॉस जीतकर न्यूज़ीलैंड ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था. भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा की शानदार गेंदबाजी की बदौलत न्यूज़ीलैंड टीम स्कोरबोर्ड पर सिर्फ 239 रन जोड़ पाई थी. यानी भारत के सामने 240 रन का लक्ष्य था. 240 रन का लक्ष्य आसान मालूम होता था. लेकिन जब भारतीय टीम इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो क्रिकेट फैंस स्तब्ध रह गए. स्कोरबोर्ड पर पांच रन जुड़े थे और रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल पवेलियन लौट चुके थे. इसके बाद मिडिल ऑर्डर में रवींद्र जडेजा और धोनी ने कुछ सार्थक प्रयास किया लेकिन टीम को जीत दिलाने के लिए वो काफी नहीं था. आखिरकार भारत को 18 रन से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा और मायूसी के साथ उसकी घर वापसी हुई. अब दो साल बाद एक और आईसीसी टूर्नामेंट है. मैदान एक बार फिर इंग्लैंड का साउथैंप्टन है. मुकाबला न्यूज़ीलैंड की टीम से है. विराट के जेहन में 2017 और 2019 सब कुछ तेजी से घूम रहा होगा.


Tags:    

Similar News

-->