अनोखा रिकॉर्ड: 1717 दिन बाद टेस्ट क्रिकेट में खेलकर पहली ही गेंद पर आउट होकर तोड़ा 75 साल का रिकॉर्ड

एक बल्लेबाज ने 1717 दिन बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी की. उसी टीम के खिलाफ जिसके खिलाफ उसने पांच साल पहले डेब्यू किया था. लेकिन वापसी निराशाजनक रही और पहली ही गेंद पर वह बोल्ड हो गया.

Update: 2021-08-13 16:24 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :-   एक बल्लेबाज ने 1717 दिन बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी की. उसी टीम के खिलाफ जिसके खिलाफ उसने पांच साल पहले डेब्यू किया था. लेकिन वापसी निराशाजनक रही और पहली ही गेंद पर वह बोल्ड हो गया. पांच साल पहले अपने आखिरी टेस्ट में उसने फिफ्टी लगाई थी लेकिन वापस आने पर ऐसा कुछ नहीं हुआ. यह सब हुआ भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स टेस्ट के दूसरे दिन. जिस बल्लेबाज की बात हो रही है उसका नाम है हसीब हमीद (Haseeb Hameed). इंग्लैंड का यह बल्लेबाज पहली ही गेंद पर मोहम्मद सिराज (Mohammad Siraj) का शिकार हो गया. भारतीय गेंदबाज ने इस बल्लेबाज को बोल्ड किया. हसीब हमीद के पहली ही गेंद पर बिना खाता खोले आउट होने जाने से एक अनोखा रिकॉर्ड भी बन गया. इस तरह से हसीब हमीद का नाम गलत वजहों से रिकॉर्ड बुक में दर्ज हो गया.

हसीब हमीद लॉर्ड्स टेस्ट में तीसरे नंबर पर बैटिंग के लिए आए. ओपनर डॉम सिबली के जाने के बाद वे उतरे. लेकिन मोहम्मद सिराज ने उन्हें पहली ही गेंद पर बोल्ड कर दिया. गेंद टप्पा खाने के बाद बाहर की तरफ निकली और हमीद के बल्ले को छकाते हुए ऑफ स्टंप ले उड़ी. इस तरह हमीद की वापसी खराब हो गई. साथ ही पिछले 75 साल में भारत के खिलाफ गोल्डन डक पर आउट होने वाले वे इंग्लैंड के पहले नंबर तीन के बल्लेबाज हैं. उनसे पहले आखिरी बार 1946 में डेनिस कॉम्पटन नंबर तीन पर बैटिंग करते हुए गोल्डन डक हुए थे. उन्हें लाला अमरनाथ ने आउट किया था. उनके बाद अब हसीब हमीद नंबर तीन पर खेलते हुए भारत के खिलाफ पहली ही गेंद पर आउट हुए हैं. दिलचस्प बात यह है कि कॉम्पटन और हमीद दोनों लॉर्ड्स टेस्ट की दूसरी पारी में गोल्डन डक का शिकार हुए हैं.
2016 में भारत के खिलाफ किया था डेब्यू
हसीब हमीद को पांच साल बाद फिर से इंग्लैंड टेस्ट में जगह मिली है. उन्होंने 2016 में भारत दौरे से अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी. तब उन्होंने पहले ही मैच में फिफ्टी लगाई थी. फिर दौरे के आखिरी मैच में उन्हें चोट लग गई थी लेकिन वे आखिर में बैटिंग के लिए आए थे. चोटिल होने के बाद भी उन्होंने जुझारू बैटिंग की थी और फिफ्टी लगाई थी. इस खेल के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने उनसे मुलाकात की थी और उनकी तारीफ की थी.
मगर भारत दौरे के बाद हसीब हमीद का करियर नीचे की तरफ ही गया. उनकी फॉर्म चली गई और काउंटी क्रिकेट में भी उनकी जगह छिन गई. करीब चार साल तक संघर्ष के बाद साल 2021 में फिर से उनकी रंगत लौटी. इस साल उन्होंने काउंटी क्रिकेट में अच्छे रन बनाए और टेस्ट टीम में वापसी का दावा ठोका. भारत के खिलाफ नॉटिंघम टेस्ट में जैक क्रॉली और डैन लॉरेंस के खराब प्रदर्शन के बाद हसीब हमीद को टीम में बुलाया गया था.


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