Tokyo Olympics: खेल गांव में लहराया तिरंगा, IOC ने खोला कार्यालय
टोक्यो ओलंपिक के खेल गांव में बृहस्पतिवार को अन्य देशों के साथ भारतीय तिरंगा भी लहराया।
टोक्यो ओलंपिक के खेल गांव में बृहस्पतिवार को अन्य देशों के साथ भारतीय तिरंगा भी लहराया। हालांकि आधिकारिक तौर पर फ्लैग समारोह बाद में आयोजित होगा। खेल गांव में न सिर्फ भारतीय दल के ठहरने का इंतजाम कर दिया गया बल्कि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओसी) का कार्यालय भी खोल दिया गया। भारतीय दल खेल गांव के 15वें टॉवर में रहेगा। जहां 11वीं, 12वीं और 13वीं मंजिल स्थित 182 कमरों में खिलाड़ी, कोच, सपोर्ट स्टाफ रुकेगा।
इनकी चाबियां चेफ डि मिशन बीपी बैश्या को सौंप दी गईं। डिप्टी चेफ डि मिशन डॉ. प्रेम वर्मा के मुताबिक आधे से ज्यादा कमरों में दो को ठहराने की व्यवस्था है, लेकिन उनकी कोशिश एक कमरे में एक खिलाड़ी को ठहराने की होगी। उन्हाेंने कहा कि भारत से आने वाले खिलाड़ियों को तीन दिन एकांतवास में रहना होगा। लेकिन इसकी शर्तें कड़ी नहीं हैं। खिलाड़ी इस दौरान दूसरी मंजिल पर स्थित आधिकारिक भोजनालय में भोजन कर सकते हैं। भोजनालय की मेजों पर सामने और बगल में फाइबर के शीशे लगाए गए हैं, जिससे कोई भी खिलाड़ी खाते वक्त किसी के संपर्क में नहीं आएगा।
स्पर्धा खत्म होने के तीन बाद छोड़ना होगा खेल गांव
खेल गांव के फ्लैटों का नजारा अद्भुत होता है। हर देश अपने फ्लोर को देश के झंडों से रंग देता है। इन झंडों को देखकर दूर से ही पता लग जाता है कि किस फ्लोर पर कौन से देश के खिलाड़ी हैं।
वर्मा ने कहा कि उन्होंने सभी कमरों में झंडा लगा दिया है। आईओए का कार्यालय दूसरी मंजिल पर हैं, जिसमें चेफ डि मिशन और स्टाफ बैठेगा। भारत का 228 सदस्यीय दल टोक्यो आना है, लेकिन ये सभी एक साथ नहीं होंगे। खिलाड़ियों की स्पर्धा खत्म होने के तीन दिन बाद ही उन्हें गेम्स विलेज छोड़ना है। ऐसे में खिलाड़ी आते-जाते रहेंगे।
खुद लाना होगा सामान
खेल गांव के कमरों में कार्डबोर्ड के पलंग बिछाए गए हैं, लेकिन इनके गद्दे शानदार हैं। वहीं नहाने और टॉयलेट के दौरान प्रयोग में लाई जाने वाली वस्तुएं नहीं उपलब्ध कराई गई हैं। ये सारा सामान खिलाड़ियों को खुद लाना होगा। सिर्फ टॉवल उपलब्ध कराई गई है।
उद्घाटन समारोह में 1000 से कम अति विशिष्ट अतिथि होंगे
ओलंपिक के उद्घाटनसमारोह (23 जुलाई) के दौरान स्टेडियम में एक हजार से भी कम अति विशिष्ट अतिथियों और विदेशी प्रतिनिधियों के मौजूद रहने की संभावना है। इससे पहले दस हजार लोगों को प्रवेश देने का फैसला किया गया था, लेकिन यहां कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण इस संख्या में भारी कटौती की गई है।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। कोरोना महामारी के कारण लागू आपात स्थिति के बीच खेलों का उद्घाटन समारोह होगा। हालांकि यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है कि जापान के राजा नारुहितो समारोह में हिस्सा लेकर खेलों की शुरुआत की घोषणा करें। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन की पत्नी और देश की प्रथम महिला जिल बाइडेन के समारोह के दौरान अंतरराष्ट्रीय मेहमानों के बीच मौजूद रहने की संभावना है।
13 साल बाद सॉफ्टबॉल की वापसी
जापान की सॉफ्टबॉल टीम ने 13 साल पहले बीजिंग ओलंपिक में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। अब वह मौजूदा चैंपियन के रूप में अपने पदक का बचाव करना चाहेगी। सॉफ्टबॉल को बीजिंग के बाद ओलंपिक कार्यक्रम से हटा दिया गया था।
अब वह टोक्यो ओलंपिक में वापसी को तैयार है और 21 जुलाई से इसकी स्पर्धाएं शुरू हो जाएंगी। दिलचस्प बात है कि टोक्यो में वापसी के बाद सॉफ्टबॉल स्पर्धा को 2024 पेरिस खेलों से फिर हटा दिया जाएगा और 2028 लास एंजिलिस खेलों में फिर इसकी वापसी होगी।
विष्णु और नेत्रा की नौकाएं पहुंची
भारतीय नाविक विष्णु सरवनन और नेत्रा कुमानन अपनी नौकाएं मिल गईं। इसका इस्तेमाल वे 23 जुलाई से शुरू हो रहे ओलंपिक की लेजर क्लास स्पर्धा के दौरान करेंगे। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने हानेडा हवाईअड्डे पर पहुंची नौकाओं की फोटो जारी की है।
नेत्रा लेजर रेडियल स्पर्धा में हिस्सा लेंगी। वह स्पेन में ट्रेनिंग में जुटी थीं। वहीं लेजर स्टैंडर्ड क्लास में हिस्सा लेने वाले विष्णु माल्टा में तैयारियां कर रहे थे। ये दोनों और वरुण ठक्कर व गणपति चेंगप्पा की जोड़ी मंगलवार को यहां पहुंचने वाले देश के पहले खिलाड़ी थे। इतिहास में पहली बार रिकॉर्ड चार नाविक ओलंपिक खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। पहली बार देश तीन स्पर्धाओं में हिस्सा लेगा। नौकायन स्पर्धाएं 25 जुलाई से शुरू होंगी।