टेस्ट सीरीज का आज अंतिम मैच, बेटी के पहले बर्थडे के मौके पर खेलेंगे विराट कोहली

Update: 2022-01-11 01:08 GMT

दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने के लिए टीम इंडिया एक बार फिर जोर लगाने को तैयार है. मौजूदा सीरीज का तीसरा और अंतिम टेस्ट मंगलवार से केपटाउन में खेला जाएगा. अब करिश्माई कप्तान विराट कोहली की मौजूदगी की जरूरत है, जिससे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसकी सरजमीं पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने के उसके अभियान को मजबूती मिलेगी. न्यूलैंड्स के मैदान पर यह टेस्ट मैच भारतीय समयानुसार दोपहर 2:00 से खेला जाएगा.

कोहली पीठ के ऊपरी हिस्से में जकड़न के कारण पिछले हफ्ते जोहानिसबर्ग में दूसरे टेस्ट में नहीं खेल पाए थे. तीन मैचों की सीरीज अभी 1-1 से बराबर है. कोहली अपना 99वां टेस्ट अपनी बेटी के पहले जन्मदिन के मौके पर खेलेंगे. ऐसे में टीम के बल्लेबाज चाहेंगे कि वह पिछले कुछ समय से बेहद दबाव का सामना कर रहे कप्तान कोहली के लिए इस मैच को यादगार बनाएं.

दक्षिण अफ्रीका में तीन दशक में पहली टेस्ट सीरीज जीतने से निश्चित तौर पर कोहली का नाम पारंपरिक प्रारूप में देश के महानतम कप्तान के रूप में स्थापित होगा. इसके लिए हालांकि भारत को अपने बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी जो पिछले कुछ समय से उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. पहली पारी में 300 से अधिक का स्कोर खड़ा करना महत्वपूर्ण होगा. टीम में ऐसे खिलाड़ी होते हैं जिनकी सिर्फ मौजूदगी से ही टीम को मनोवैज्ञानिक फायदा मिलता है और कप्तान कोहली इसी तरह के खिलाड़ियों में शामिल हैं. वह बल्लेबाजी कर रहे हों या फील्डिंग, मैदान पर कोहली की मौजूदगी ही विरोधी टीम को असहज करने के लिए काफी है. वह भले ही दो साल से शतक नहीं जड़ पाए हों, लेकिन उनकी मौजूदगी विरोधी टीम को रणनीति बदलने पर मजबूर करती है.

हालांकि कोहली की पिछले दो साल में बल्लेबाजी पर गौर करें तो चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के विपरीत वह जब तक क्रीज पर रहते हैं उनकी बल्लेबाजी में विश्वास झलकता है. जोहानिसबर्ग में दो संघर्षपूर्ण पारियों, विशेषकर दूसरी पारी में नाबाद 40 रन बनाने के बाद हनुमा विहारी को मायूसी हाथ लग सकती है और उन्हें टीम में कप्तान के लिए जगह बनानी पड़ सकती है.

काफी विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि कोहली को ऑफ ड्राइव खेलने से बचना होगा या फिर 2004 में सचिन तेंदुलकर की तरह की पारी खेली होगी, जब सिडनी में ब्रेट ली एंड कंपनी के खिलाफ उन्होंने दोहरा शतक नहीं जड़ने तक आफ साइड में शॉट नहीं खेले थे. लेकिन कोहली का अपना अलग तरीका है. अगर रविवार के अभ्यास पर गौर करें तो वह अभी कवर ड्राइव खेलने से नहीं हिचक रहे हैं.ऋषभ पंत ने हाल के महीनों में तेज गेंदबाजों के खिलाफ आगे बढ़कर खेलते हुए आक्रामकता दिखाई है, लेकिन इसका उन्हें अधिक फायदा नहीं मिला है. न्यूलैंड्स की असमान उछाल वाली घसियाली पिच पर भारत को कैगिसो रबाडा, डुआने ओलिवियर, लुंगी नगिदी और मार्को जानसेन के खिलाफ बेहतर बल्लेबाजी करनी होगी.

पुजारा-रहाणे: करियर बचाने के लिए एक और मौका?

भारत ने केपटाउट में कभी टेस्ट मैच नहीं जीता है और मध्यक्रम के तीन अनुभवी बल्लेबाजों को वांडरर्स से बेहतर प्रदर्शन करना होगा. पुजारा और रहाणे को दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में अर्धशतक जड़ने के बाद प्लेइंग इलेवन में बरकरार रखा जा सकता है, लेकिन अगर वे कोई महत्वपूर्ण योगदान नहीं देते हैं और उनका करियर बचाने के लिए ये नाकाफी हो सकता है. अर्धशतक जड़ना सकारात्मक संकेत हैं, लेकिन अच्छी शुरुआत को बड़े शतक में नहीं बदल पाना निराशाजनक है. इसी तरह केएल राहुल और मयंक अग्रवाल को भी दक्षिण अफ्रीका के तूफानी गेंदबाजों के खिलाफ टीम को अच्छी शुरुआत दिलानी होगी.

सिराज की जगह ईशांत शर्मा को मिल सकता है मौका

तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा भी अपने करियर के अंतिम चरण में हैं और मोहम्मद सिराज के पैर की मांसपेशियों में चोट से उन्हें मौका मिल सकता है. पिछले छह महीने में वह खराब फॉर्म और चोट से जूझते रहे हैं. दक्षिण अफ्रीका की पिचों की प्रकृति और ईशांत की छह फीट से अधिक की लंबाई के साथ लगातार मेडन फेंकने की क्षमता उन्हें उमेश यादव से बेहतर विकल्प बनाती है. टीम को हालांकि जसप्रीत बुमराह से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी, जिनका स्ट्राइक रेट पीठ की चोट से वापसी करने के बाद गिरा है..

टीमें इस प्रकार हैं -

भारत: विराट कोहली (कप्तान), केएल राहुल, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत, रविचंद्रन अश्विन, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, अजिंक्य रहाणे, ऋद्धिमान साहा, जयंत यादव, प्रियांक पांचाल, उमेश यादव, हनुमा विहारी और ईशांत शर्मा में से.

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