न्यूजीलैंड के इस बल्लेबाज ने जताई उम्मीद, प्रैक्टिस का वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में मिलेगा फायदा

न्यूजीलैंड के बल्लेबाज डेवोन कॉनवे का मानना है

Update: 2021-05-23 07:53 GMT

न्यूजीलैंड के बल्लेबाज डेवोन कॉनवे का मानना है कि स्वदेश में ड्यूक गेंदों से प्रैक्टिस करने का फायदा टीम को इंग्लैंड और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत के खिलाफ मिलेगा। न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज 2 जून से होना है। इसके बाद टीम भारत से 18 जून से 22 जून तक डब्ल्यूटीसी के फाइनल में भिड़ेगी। कॉनवे को न्यूजीलैंड की 20 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया है। डेवोन कॉनवे का प्रदर्शन लिमिटेड ओवर क्रिकेट में शानदार रहा था।

कॉनवे ने ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए कहा, 'यह हमारे लिये बेहद फायदेमंद रहा। हमें ड्यूक गेंदों से खेलने और उसे समझने का मौका मिला। इससे हमें अपनी रणनीति तैयार करने में मदद मिली। लेकिन मुझे लगता है कि इससे (गेंद बदलने) बहुत अधिक परिव​र्तन नहीं होता है। हम जानते हैं कि ड्यूक गेंद कूकाबूरा की तुलना में थोड़ा अधिक स्विंग करती हैं लेकिन आपको गेंद का सामना करना होता है तथा एक रणनीति के साथ क्रीज पर उतरकर उस पर अमल करना होता है।' साउथ अफ्रीका में जन्में इस खिलाड़ी को लिमिटेड ओवरों की क्रिकेट में प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद टेस्ट टीम में चुना गया।
स्वदेश में प्रैक्टिस शिविर में कॉनवे ने स्पिन गेंदबाजों के सामने भी खूब अभ्यास किया ताकि उन्हें डब्ल्यूटीसी फाइनल में रविचंद्रन अश्विन जैसे गेंदबाजों का सामना करने में मदद मिले। अपने इस पहले टेस्ट दौरे में यह 29 वर्षीय खिलाड़ी टॉम लैथम और रोस टेलर जैसे स्थापित बल्लेबाजों से काफी कुछ सीखना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'यह मेरे लिए सीखने का बहुत अच्छा मौका है कि कैसे रणनीति तय करनी है और उस पर अमल करना है। कई खिलाड़ी टेस्ट टीम में लंबे समय से हैं और उनके अनुभवों से कुछ सीखना अच्छा है।'


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