इन 5 क्रिकेटरों को माना जाता है सबसे महान, लेकिन World Cup से रहें दूर
क्रिकेट खेलने वाले दुनिया के हर खिलाड़ी के लिए एक सपना होता है कि
क्रिकेट खेलने वाले दुनिया के हर खिलाड़ी के लिए एक सपना होता है कि वो अपनी टीम के साथ कम से कम एक बार वर्ल्ड कप का खिताब जीते. लेकिन हर खिलाड़ी का ये सपना पूरा नहीं हो पाता है. कई बार तो ऐसे खिलाड़ी भी अपने इस सपने को पूरा नहीं कर पाते जोकि इस खेल को खेलने वाले सबसे महान खिलाड़ियों में से एक होते हैं. अपने इस रिपोर्ट में हम आपको उन्हीं खिलाडियों के बारे में बताने जा रहे हैं.
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान एबी डीविलियर्स क्रिकेट खेलने वाले सबसे महान बल्लेबाजों में से एक हैं. बल्लेबाजी में डीविलियर्स के नाम कई ऐसे रिकॉर्ड रहे हैं जिनके बारे में कई बड़े खिलाड़ी सोच भी नहीं पाते. लेकिन अगर आईसीसी ट्रॉफी जीतने की बात जब आती है तो डीविलियर्स का खाता एकदम खाली नजर आता है. डीविलियर्स की कप्तानी में एक बार 2015 में उनकी टीम वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल तक पहुंची थी, लेकिन वहां उसे न्यूजीलैंड ने हरा दिया. इतना ही नहीं एबी डीविलियर्स आज तक आरसीबी के साथ एक भी आईपीएल खिताब तक नहीं जीत पाए.
वकार यूनिस अपने युग के सबसे महान तेज गेंदबाज थे. वो 1992 विश्व कप की ऐतिहासिक सफलता में पाकिस्तान के लिए नहीं खेल सके थे. दरअसल इस टूर्नामेंट से ठीक पहले वो चोटिल हो गए और उन्हें बाहर होना पड़ा. यूनिस को डेथ ओवरों में हिट करना लगभग असंभव था, लेकिन इतना नाम कमाने के बादभी वो कभी वर्ल्ड कप नहीं जीत पाए.
सौरव गांगुली वो कप्तान थे जिन्होंने भारतीय क्रिकेट में क्रांति ला दी. उन्होंने 1999-2007 के बीच तीन विश्व कप खेले और 2003 में भारत को फाइनल में पहुंचाया. लेकिन इसके बावजूद गांगुली कभी अपनी कप्तानी में भारत को वर्ल्ड चैंपियन नहीं बना पाए. विश्व कप में उनका रिकॉर्ड शानदार था और उन्होंने 22 मैचों में 55.88 की औसत से 1006 रन बनाए. लेकिन फिर भी गांगुली के हाथ निराशा ही लगी.
दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा को वेस्टइंडीज के सबसे महान बल्लेबाजों में गिना जाता था, लेकिन इसके बावजूद वो कभी अपनी टीम को विश्व विजेता नहीं बना पाए. वेस्टइंडीज ने क्रिकेट इतिहास के शुरुआती दो वर्ल्ड कप में जीत हासिल की थी, लेकिन इसके बाद अब तक वेस्टइंडीज की टीम चैंपियन नहीं बन पाई है.
शाहिद अफरीदी एक ताबड़तोड़ मध्य क्रम के बल्लेबाज के रूप में मैदान पर उतरे थे, लेकिन उनके करियर में कभी भी वर्ल्ड कप की ट्रॉफी नहीं जुड़ पाई. शाहिद अफरीदी गेंद को लंबा हिट कर सकते थे और 1996 में उनका 37 गेंदों पर शतक एक रिकॉर्ड था.